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    मुजफ्फरपुर की मरियम फातिमा बनीं बिहार की पहली महिला फिडे मास्टर, राज्य महिला चैंपियन भी रह चुकीं

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 11:56 AM (IST)

    Muzaffarpur News मरियम फातिमा जिले के 40 साल के खेल इतिहास में पहली ऐसी खिलाड़ी हैं जिन्होंने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता में भी वह बेहतर प्रदर्शन कर चुकी हैं। 12वीं नेशनल वुमेन एमेच्योर इलो रेटिंग चेस प्रतियोगिता में भी मरियम ने भाग लेते हुए खिताब अपने नाम किया।

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    यह तस्वीर जागरण आर्काइव से ली गई है।

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर की मरियम फातिमा बिहार की पहली वीमेंस इंटरनेशनल फिडे मास्टर बन गई है। गुरुवार को इंटरनेशनल चेस फेडरेशन (फिडे) ने मरियम फातिमा को वीमेन इंटरनेशनल नार्म (आइएम) घोषित किया।

    उसकी रेटिंग नंबर 2100 हो गई है। मरियम ने स्पेन के बार्सिलोना में बारबेड़ा डिल वैलिस ओपन चेस चैंपियनशिप में अपनी रेटिंग में बढ़ोतरी की थी। इसके बाद उन्होंने यह गौरव हासिल हुआ। इंटरनेशनल वीमेन फिडे मास्टर बनने के बाद उत्साहित मरियम फातिमा ने कहा कि अब उनका लक्ष्य ग्रैंड मास्टर नार्म पर है।

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    फिडे द्वारा 2100 रेटिंग मिलने के बाद ग्रैंड मास्टर नार्म के लिए उन्हें अब 2400 रेटिंग की जरूरत है। बिहार में एक भी ग्रैंड मास्टर नहीं है इसलिए वह ग्रैंड मास्टर बन बिहार के शतरंज प्रेमियों की इच्छा पूरा करेंगी।

    बिसात पर मरियम की बादशाहत कायम

    शहर के चंदवारा जमीरन गाछी निवासी एवं मध्य विद्यालय वैनी पूसा के शिक्षक इम्तियाज अहमद एवं शाहिस्ता जबी की पुत्री मरियम फातिमा ने नौ वर्ष की उम्र में ही शतरंज खेलना शुरु कर दिया था। इसके एक साल बाद ही वह जिला चैंपियन बनी उसके बाद अंडर-11 की राज्य शतरंज चैंपियन बनीं।

    इसके बार मरियम ने कभी पीछे नहीं देखा। एक दशक में वह अब तक दो बार अंडर 11, तीन बार अंडर 13, पांच बार अंडर 15, दो बार अंडर 17, पांच बार अंडर 19 एवं दो बार सीनियर राज्य महिला चैंपियन रह चुकी हैं। राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में मरियम भाग लेकर प्रतिभा का डंका बजा चुकी है।

    मरियम को पहली बार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता खेलने का अवसर मुंबई में आयोजित विश्व कैडेट शतरंज खेलने का अवसर प्राप्त हुआ। इसमें वह 26वें स्थान पर रही। इसके बाद वह स्पेन में आयोजित पांच प्रतियोगिता खेल चुकी है। बार्सिलोना में आयोजित प्रतियोगिता में अपने वर्ग में मरियम का चैंपियन बनने का अवसर प्राप्त हुआ।

    चार दशक बाद पूरा हुआ जिला शतरंज संघ का सपना

    जिला चैंपियन से वीमेन इंटरनेशनल फिडे मास्टर तक पहुंचने में मरियम को संघर्षों से गुजरना पड़ा। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में मरियम भाग ले सके इसके लिए पिता को पैसा जुटाने के लिए मेहनत करनी पड़ी है।

    अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर पिता ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जिला शतरंज संघ, कोच कुमार गौरव एवं राज्य शतरंज संघ के सहयोग से यह सब कुछ हो सका है। जिला शतरंज संघ के संस्थापक एवं राज्य शतरंज संघ के पूर्व अध्यक्ष राजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि चार दशक से जिला शतरंज संघ को सपना देख रहा था उसे मरियम ने पूरा किया है।

    इस उपलब्धि पर आल बिहार चेस एसोसिएशन के सचिव धर्मेन्द्र कुमार एवं संयुक्त सचिव नंदकिशोर श्रीवास्तव ने बधाई दी है। इसके अलावा डा. राजीव कुमार, डा. निशिंद्र किंजंलक, गणवंत कुमार मल्लिक, विनय कुमार, राजीव रंजन, हिमांशु कुमार, आभाष कुमार ने बधाई दी है। फिडे ने मरियम फातिमा का विवरण अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर दी है।