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    Muzaffarpur : चाय बेचने की आड़ या कुछ और? हाथ में केतली लेकर कैसे कर रहा था शराब तस्करी

    By Gopal Tiwari Edited By: Dharmendra Singh
    Updated: Tue, 25 Nov 2025 09:56 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर जंक्शन पर जीआरपी ने मो. नैयर को शराब तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया। वह ट्रेनों में चाय बेचने की आड़ में शराब का धंधा करता था। संविदाकर्मी के जरिए शराब मंगवाकर समस्तीपुर में सप्लाई करता था। 

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    इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है। 

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर । ट्रेनों से शराब तस्करी के आरोप में मो.नैयर को मुजफ्फरपुर जंक्शन से जीआरपी ने मंगलवार को दोपहर में गिरफ्तार किया है। उसके विरुद्ध पांच महीने पहले 13 मई को सोनपुर रेल थाने में आरपीएफ क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर चंदन कुमार ने प्राथमिकी कराई थी।

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    15204 लखनऊ-बरौनी ट्रेन की जनरेटर पावर कार से 700 बोतल टेट्रा पैक अंग्रेजी शराब के साथ संविदाकर्मी को गिरफ्तार किया गया था। संविदाकर्मी समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाने के मोहनपुर गांव के वार्ड नंबर-13 निवासी देवेंद्र कुमार महतो का पुत्र गुलशन कुमार ने जीआरपी के तत्काली थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार को बताया था कि वह कुछ दिनों से लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस की जनरेटर पावर कार से प्रतिदिन अंग्रेजी शराब की बड़ी खेप मुजफ्फरपुर जंक्शन तक पहुंचा रहा है।

    वह शराब की खेप समस्तीपुर जिले के उजियारपुर थाने के सातनपुर (नाजीरगंज) निवासी मो.वकील के पुत्र मो. नैयर को डिलीवरी देता था। मुजफ्फरपुर स्टेशन के बगल में रहकर दिखावे के लिए वह ट्रेनों में घूम-घूम कर चाय बेचता था। इसी की आड़ में वह शराब का भी धंधा कर रहा था। विभिन्न ट्रेनों से शराब मंगवाकर मुजफ्फरपुर से लेकर समस्तीपुर शहर में आपूर्ति कराता था।

    ट्रेन में इंजन के बाद गार्ड के आगे जनरेटर पावर कार लगी रहती है जो पूरी ट्रेन में बिजली सप्लाई देती है। इसका मेंटीनेंस रेलवे ने ठेके पर दे रखा है। मो.नैयर इसी संविदाकर्मी के जरिए शराब मंगवा रहा था। उस दिन भी संविदाकर्मी को प्रलोभन में लेकर जंक्शन पर शराब मंगवाई थी।

    उनके मोबाइल का काल डिटेल खंगालने पर पता चला था कि आरपीएफ के दो-तीन सिपाही व जीआरपी का एक एसआइ उससे हर दिन बात करते थे। इन लोगों का भी जब काल डिटेल निकाला गया तो किसी का 80 तो किसी का 50 बार बात करने का रिकार्ड मिला। उसके बाद आरपीएफ के उन कांस्टेबल व जीआरपी के एक एसआइ की बदली कर दी गई। उसके बाद से मो.नैयर यहां से फरार हो गया।

    कई लोगों ने उसे बचाने के लिए थानाध्यक्ष पर दबाव भी डलवाया। फंसे हुए आरपीएफ कर्मी से लिखवाया गया कि नैयर कटही पुल के पास होटल चलता है, वहां आरपीएफ व जीआरपी के कुछ कर्मी खाना खाते हैं, इसको लेकर उससे जान-पहचान है और उसको फोन करते थे।

    एक डीएसपी रैंक के पदाधिकारी की शिथिलता से यह पकड़ा नहीं जा रहा था। रेल एसपी वीणा कुमारी ने रिव्यू के दौरान इस कांड के वांछित अभियुक्तों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। उसके बाद भी वह नहीं पकड़ाया। रेल एसपी द्वारा गठित खुफिया टीम ने उसे गिरफ्तार कर मुजफ्फरपुर जीआरपी में रखा गया। उसके बाद सोनपुर रेल थानाध्यक्ष को इसकी जानकारी दी गई।

    बता दें कि मुजफ्फरपुर जंक्शन पर ट्रेन से शराब उतर रही थी और पुलिस बेखबर बनी रही। आरपीएफ इंस्पेक्टर के उद्भेदन के बाद इसका भंडाफोड़ हुआ।