Muzaffarpur News : नए सत्र में खुलने को कतार में 62 कालेज, क्या बदलेगी छात्रों की किस्मत?
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय से संबद्ध नए कालेजों की स्थापना की तैयारी है, जिसके लिए 62 महाविद्यालयों ने राज्य सरकार के पोर्टल पर आनलाइन आवेदन किया है। इ ...और पढ़ें

इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में नए सत्र में कालेजों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। शैक्षणिक सत्र 2026-30 के लिए स्नातक स्तरीय महाविद्यालयों के संबंधन से संबंधित प्रस्तावों के लिए अब तक 62 महाविद्यालयों ने राज्य सरकार के पोर्टल पर आनलाइन आवेदन किया है। इसमें से करीब तीन दर्जन से अधिक कालेजों ने नए संबंधन के लिए आनलाइन आवेदन किया है।
सबसे अधिक पश्चिम चंपारण में 18 स्नातक स्तरीय महाविद्यालयों के संबंधन संबंधी आनलाइन प्रस्ताव राज्य सरकार को पोर्टल पर आए हैं। वहीं मुजफ्फरपुर में 17, वैशाली में आठ, सीतामढ़ी में तीन, पूर्वी चंपारण में 12 और शिवहर में तीन महाविद्यालयों के संबंधन के लिए आनलाइन प्रस्ताव उपलब्ध कराए गए हैं। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से नए कालेजों के संबंधन संबंधी प्रस्ताव के लिए तिथि विस्तारित कर दी गई है।
अब संबंधन के लिए 10 दिसंबर तक आनलाइन आवेदन किया जा सकेगा। इसको लेकर उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से राज्य के सभी विश्वविद्यालय को जानकारी भेजी गई है। इसमें बताया गया है कि स्नातक स्तरीय महाविद्यालय के संंबंधन के लिए पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध प्रस्ताव के आधार पर निर्णय लिया जाता है।
विभाग की ओर से कहा गया है कि इसके लिए प्रस्तावित महाविद्यालयों को एडुसंबंधन पोर्टल पर आवश्यक दस्तावेज के साथ आवेदन करना था लेकिन तकनीकी कारणों से कई महाविद्यालय दस्तावेज अपलोड नहीं कर सके। कालेजों के अनुरोध पर प्रस्ताव अपलोड करने की तिथि 10 दिसंबर तक विस्तारित की गई है।
स्नातक स्तरीय महाविद्यायों को दो कैटेगरी में संबंधन संबंधी प्रस्ताव पर निर्णय लिया जाता है। इसमें नव संबंधन और स्थायी संबंधन शामिल हैं। वहीं कालेजों के संबंधन विस्तार को लेकर गठित समिति की अनुशंसा पर निर्णय लिया जाता है। कालेजों की ओर से संबंधन संबंधी प्रस्ताव भेजे जाने के बाद विश्वविद्यालय की ओर से महाविद्यालयों के लिए कमिटी का गठन किया जाता है।
समिति के सदस्य कालेजों में पहुंचकर उनकी आधारभूत संरचना से लेकर अपलोड किए गए दस्तावेज के आधार पर इसका सत्यापन कर अपनी रिपोर्ट तैयार करते हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर न्यू टीचिंग एंड एफिलिएशन कमेटी में कमेटी की अनुशंसाओं को रखा जाता है। यहां से अनुमोदन के बाद संबंधन प्रस्ताव को एकेडमिक काउंसिल, सिंडिकेट और सीनेट से अनुमोदन के बाद संबंधन प्रस्ताव को मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भेजा जाता है।
छह जिलों के 44 प्रखंडों में एक भी महाविद्यालय नहीं
मुजफ्फरपुर समेत बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के अधिकार क्षेत्र में आने वाले छह जिलों के 44 प्रखंडों में एक भी महाविद्यालय नहीं है। मुजफ्फरपुर के तीन, सीतामढ़ी के नौ, शिवहर के चार, वैशाली के दो, पश्चिम चंपारण के नौ और पूर्वी चंपारण के 16 प्रखंडों में एक भी महाविद्यालय नहीं है। राज्य सरकार को भेजे गए संबंधन संबंधी आनलाइन प्रस्ताव में ऐसे कई प्रखंड शामिल हैं।
दूसरी ओर राज्य सरकार की ओर से बजट में की गई घोषणा के आधार पर हर प्रखंड में कम से कम एक महाविद्यालय की स्थापना का संकल्प लिया गया है। इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण में महाविद्यालय विहीन प्रखंड को चिन्हित कर लिया गया है।
अब इस प्रस्ताव को विश्वविद्यालय स्तर से राज्य सरकार को भेजा जाएगा। जिले में औराई, बोचहां, मुरौल और गायघाट में एक भी महाविद्यालय नहीं है। प्रखंडों में महाविद्यालय स्थापित किए जाने को लेकर अब जिला प्रशासन की ओर से जमीन की तलाश की जानी है।

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