Muzaffarpur : क्या अब शहर में नहीं दिखेंगे ग्रामीण आटो? बड़ा फैसला जल्द
मुजफ्फरपुर शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। 20 दिसंबर तक आटो और ई-रिक्शा के संचालन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। ग्र ...और पढ़ें

इसमें प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर । शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने की कवायद तेज कर दी गई है। बेलगाम हो चुके आटो व ई-रिक्शा पर अंकुश लगाने को लेकर प्रशासनिक पहल की जा रही है।
20 दिसंबर तक आटो व ई-रिक्शा के परिचालन को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर उसे लागू कर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्र के आटो व ई-रिक्शा का शहर में प्रवेश बंद कर दिया जाएगा।
नई व्यवस्था के तहत पिक एंड ड्राप सिस्टम लागू हो सकता है। इसके लिए शहर के चारों तरफ प्रवेश मार्ग पर निगरानी की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र के आटो व ई-रिक्शा यात्री को प्रवेश द्वार पर ही उतारेंगे।
वहां से यात्री शहर के लिए अन्य आटो व ई-रिक्शा पकड़ेंगे। रिजर्व में भी रेलवे स्टेशन या शहर के अन्य स्थानों तक यात्री को लेकर नहीं जा जाएंगे। आपातकाल जैसे गंभीर मरीज को अस्पताल लाने व ले जाने में छूट दी जा सकती है।
परिचालन को लेकर कई जोन में बांटा जा सकता है। हर जोन व रूट के लिए आटो व ई-रिक्शा की संख्या तय होगी और उस पर नंबर अंकित किया जा सकता है। ऐसे वाहनों पर क्यूआरकोड भी लगाया जा सकता है।
शहरी क्षेत्र में ई-रिक्शा व आटो के संभावित निर्धारित क्षमता का निर्धारित प्रतिशत रिजर्व ई-रिक्शा-आटो के लिए होगा। नई व्यवस्था को लेकर विस्तृत प्लान तैयार कर जिलाधिकारी को भेजा गया है।
स्वीकृति मिलने के बाद उसे लागू किया जाएगा। नगर निगम, जिला परिवहन विभाग, यातायात पुलिस समेत कई विभागों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। शहरी क्षेत्र में सड़कों की क्षमता के अनुसार इसकी संख्या तय की जाएगी।
साथ ही पार्किंग व ठहराव स्थल निर्धारित किया जाएगा। नई व्यवस्था लागू होने के बाद एक तरफ जहां शहर को जाम की समस्या से निजात मिलने की संभावना है वहीं, हर रूट के आटो व ई-रिक्शा की कलर कोड से पहचान होगी। ई-रिक्शा व आटो को संबंधित जोन व रूट के साथ पुलिस थानों को टैग किया जाएगा।

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