Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर के मुशहरी में विल्स सिगरेट की नकली फैक्ट्री का भंडाफोड़, संचालक फरार
मुजफ्फरपुर के मुशहरी थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव में नकली सिगरेट फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ। पुलिस ने छापेमारी कर तीन लाख की नकली सिगरेट तंबाकू और सामग्री जब्त की। कंपनी के प्रबंधक की शिकायत पर कार्रवाई हुई क्योंकि नकली सिगरेट के कारण असली सिगरेट की मांग घट रही थी। फैक्ट्री सुनसान इलाके में होने से लंबे समय से चल रही थी।

संवाद सहयोगी, मुशहरी। थाना क्षेत्र की बैकटपुर पंचायत के माधोपुर गांव में एक सुनसान स्थान पर नकली सिगरेट का निर्माण किया जा रहा था। यह कार्य पिछले एक वर्ष से अधिक समय से चल रहा था और निर्मित सिगरेट को देखकर कोई भी यह नहीं पहचान सकता था कि वह विल्स का डुप्लीकेट है।
कंपनी के प्रबंधक की शिकायत पर बुधवार को जब मुशहरी थाना पुलिस ने टीम गठित कर छापेमारी की तो विल्स सिगरेट की नकली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हो गया। छापेमारी के दौरान सात कार्टन में तीन लाख की नकली सिगरेट, तंबाकू व अन्य निर्माण सामग्री बरामद की गई।
बताया जाता है कि माधोपुर से निर्मित सिगरेट को सस्ते दामों पर मार्केट में उतारने के कारण आइटीसी कंपनी की ब्रांडेड सिगरेट की मांग में कमी आने लगी। इसकी जानकारी मिलने पर कंपनी के प्रबंधक दिल्ली से मुजफ्फरपुर पहुंचे।
गोपनीय तरीके से ग्राहक बनकर फैक्ट्री की जानकारी जुटाई। इसके बाद उन्होंने मुशहरी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार गुप्ता से संपर्क कर आवेदन दिया। मुशहरी पुलिस एक टीम का गठन कर छापेमारी के लिए माधोपुर पहुंची।
वहां पहुंचकर टीम ने देखा कि फैक्ट्री के सामने "लोहिता टूबईको कंपनी" का बोर्ड लगा था, जिसमें बड़ी-बड़ी मशीनों का उपयोग कर नकली सिगरेट बनाई जा रही थी। छापेमारी में तीन लाख से अधिक की विल्स सिगरेट, 40 किलो तंबाकू व निर्माण सामग्री जब्त की गई।
छापेमारी दल में पुलिस अवर निरीक्षक जय किशोर सिंह, महिला सिपाही सुधा कुमारी और ज्योति कुमारी शामिल थीं। जब्त सामग्री के आधार पर मुशहरी थाने में प्रबंधक सुनील कुमार के आवेदन पर भारतीय न्याय संहिता की धारा कॉपी राइट एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह फैक्ट्री एकांत में होने के कारण लंबे समय से चल रही थी। उधर लोगों का आना-जाना नहीं होता था।
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