मुजफ्फरपुर डीएम ने कहा, आर्थिक व सामाजिक स्थिति को सशक्त बना रहीं जीविका दीदियां, उनके कार्य और जज्बे की सराहना की
मुजफ्फरपुर में संगम संकुल स्तरीय संघ की आम सभा में डीएम ने जीविका दीदियों के कार्यों की सराहना की। दीदियों ने महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाया है। संघ से जुड़ी महिलाएं स्वरोजगार कर रही हैं और हर साल लाखों रुपये का लाभ कमा रही हैं। गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए “विद्या निधि” और महिलाओं की सुरक्षा के लिए “दीदी अधिकार केंद्र” स्थापित किया गया है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News: महिलाओं की आर्थिक व सामाजिक स्थिति को सशक्त बनाने की दिशा में जीविका दीदियां उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज करा रही हैं। इस योजना से जुड़ी महिलाएं आज न केवल आत्मनिर्भर हो रहीं, बल्कि परिवार व समाज में भी सकारात्मक बदलाव ला रही हैं।
उक्त बातें डीएम सुब्रत कुमार सेन ने खबड़ा स्थित एक विवाह भवन में संगम संकुल स्तरीय संघ की आमसभा में कहीं। कहा कि कल तक चौखट की दहलीज के अंदर रहने वाली महिलाएं अब कंप्यूटर पर कार्य कर रही हैं।
यह तस्वीर जीविका की सफलता व समाज में आ रहे परिवर्तन का प्रतीक है। संगम संकुल स्तरीय संघ से जुड़ी करीब सात हजार महिलाएं स्वरोजगार कर रही हैं। संघ प्रतिवर्ष 20 से 25 लाख का लाभ अर्जित कर रहा है, जो आत्मनिर्भरता का जीवंत उदाहरण है।
हाल ही में संगम को आत्मनिर्भर संगठन अवार्ड 2024 प्राप्त हुआ है। यह जिले के लिए गर्व की बात है। बताया कि आयुष्मान भारत कार्ड से महिलाएं पांच लाख तक का मुफ्त इलाज करा सकती हैं। संघ से जुड़ीं कई महिलाएं, जिन्होंने गृहस्थी के कारण बीच में पढ़ाई छोड़ दी थी, अब पुनः शिक्षा प्राप्त कर रही हैं।
इस वर्ष करीब 200 महिलाओं को मैट्रिक, इंटरमीडिएट व अन्य कोर्स के लिए प्रेरित किया गया है। संगम द्वारा “विद्या निधि” की स्थापना की गई है, जिसके माध्यम से गरीब व वंचित परिवारों के बच्चों को पढ़ाई में आर्थिक सहयोग दिया जा रहा है।
महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए “दीदी अधिकार केंद्र” की स्थापना की गई है, जहां घरेलू हिंसा व लैंगिक समानता से जुड़े मामलों का समाधान किया जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर संघ को आत्मनिर्भर संगठन अवार्ड 2022 एवं 2024 से सम्मानित किया गया।
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