पुलिस लिखी गाड़ी से की जा रही थी शराब की तस्करी, नई डील करने पहुंचे थे तस्कर
Muzaffarpur Crime News जब्त गाडिय़ों की जांच के बाद मामला आया सामने। अंतरराज्यीय गिरोह में शामिल हैं झारखंड व पश्चिम बंगाल के तस्कर। तस्करों के पास से मिली डायरी में करोड़ों का हिसाब दर्जनों तस्करों का नाम व मोबाइल नंबर।

मुजफ्फरपुर, जाटी। पुलिस लिखी गाड़ी से शराब की तस्करी की जाती थी। यह बात तब सामने आई जब डीएसपी पूर्वी मनोज कुमार पांडेय व मुशहरी थानाध्यक्ष शशिभूषण ने शराब के अंतरराज्यीय तस्करों से पूछताछ की। इनके पास से दो लक्जरी गाडिय़ां जब्त की गई। एक गाड़ी के नंबर प्लेट के उपर पुलिस लिखा था। डीएसपी पूर्वी ने बताया कि शराब तस्करों का यह अंतरराज्यीय गिरोह है जो झारखंड के रांची व पलामू क्षेत्र के रहने वाला है। इस गिरोह का स्थानीय कनेक्शन है। इस गिरोह का सरगना फरार है। जब्त गाडिय़ों का डीटीओ से सत्यापन कराया जाएगा।
ये किए गए गिरफ्तार
रोहुआ के प्रियांशु, अनमोल, नालंदा के शशिकांत व शंभू कुमार, गया का सूरज कुमार, औरंगाबाद का सूरज कुमार व रवि,रांची का दिनेश कुमार और प्रद्युम्न एवं पलामू का भानुप्रताप गिरफ्तार किए गए। डीएसपी पूर्वी ने कई घंटे मुशहरी थाने सभी से पूछताछ की। सभी ने बताया कि उनका गिरोह झारखंड से मध्य व उत्तर बिहार तक शराब की आपूर्ति करता है। गिरोह को कई स्थानीय सफेदपोशों का संरक्षण मिला है। हर थाना क्षेत्र में उनका मुखबिर है जो पुलिस की गतिविधियों की जानकारी उन्हें देता है। उसके बाद शराब की खेप भेजी जाती है। तस्करों के पास से एक डायरी मिली है। इसमें करोड़ों की लेन-देन का हिसाब है। इसमें झारखंड व उत्तर बिहार के एक दर्जन शराब माफिया का नाम व मोबाइल नंबर दर्ज है।
ये हुई बरामदगी
197 बोतल महंगी शराब, दो बाइक, दो लक्जरी कार, 10 मोबाइल बरामद हुआ है। धंधेबाजों में पलामू के 2, रांची के 2, नालंदा, गया, एवं औरंगाबाद चार, मुशहरी थाना क्षेत्र के रोहुआ के दो पुलिस हिरासत में है।
पांच करोड़ की खेप भेज चुका गिरोह : डीएसपी पूर्वी मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि झारखंड के शराब तस्करों से पूछताछ की गई हैै। तस्करों ने स्वीकार किया है कि अबतक जिले में पांच करोड़ की शराब की खेप पहुंचा चुका है। वे शराब की खेप पहुंचाने व नई डील करने आए थे। डील के बाद झारखंड के धंधेबाज से शराब की खेप लेकर वे यहां पहुंचाते हैं। पहले भी उनकी खेप पकड़ी गई, लेकिन कभी उन सबका नाम उजागर नहीं हुआ। पश्चिम बंगाल से पूर्णिया के रास्ते से शराब की खेप लाई जाती है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।