एमआइटी के बीटेक छात्र-छात्राओं का पाठ्यक्रम पूरा नहीं, जारी हुआ परीक्षा कार्यक्रम
मुजफ्फरपुर के एमआईटी समेत अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्रों ने परीक्षा तिथि बढ़ाने की मांग की है क्योंकि उनका पाठ्यक्रम पूरा नहीं हुआ है। मापअप राउं ...और पढ़ें

नामांकन के बाद और छुट्टियों से नहीं पूरा हुआ पाठ्यक्रम। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता,मुजफ्फरपुर। एमआइटी (मुजफ्फरपुर इंस्टीट्युट आफ टेक्नोलाजी) समेत अन्य इंजीनियरिंग कालेज में इस वर्ष नामांकित छात्र-छात्राओं का पाठ्यक्रम पूरा नहीं हुआ है, लेकिन उनकी परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। सत्र 2025 - 29 में नामांकित प्रथम समेस्टर के विद्यार्थियों की परीक्षा के लिए फार्म भरा लिया गया है।
ऐसे विद्यार्थियों की परीक्षा 15 दिसंबर से होनी है। बिहार इंजीयनिरिंग यूनिवर्सिटी की ओर से परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। इसके तहत बीटेक फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा 24 दिसंबर तक होनी है।
दूसरी ओर छात्र-छात्राओं का कहना है कि उनका पाठ्यक्रम अब तक पूरा नहीं हुआ है। करीब दो महीने भी नियमित रूप से उनकी कक्षाएं नहीं संचालित हो सकी हैं। इससे उन्हें कम अंक आने या असफल होने का भय सता रहा है।
परीक्षा तिथि विस्तारित करने की मांग को लेकर कई छात्र-छात्राओं ने कालेज के प्राचार्य और बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक को आवेदन दिया है।
नामांकन के बाद हो गई थी छुट्टियां
बीटेक प्रथम सेमेस्टर में नामांकित छात्र-छात्राओं ने बताया कि बीटेक फर्स्ट सेमेस्टर के लिए कई राउंड की नामांकन प्रक्रिया के बाद माप अप राउंड का नामांकन हुआ। इसके कुछ ही दिनों के बाद दीपावली - छठ की छुट्टियां हो गई।
इसके बाद विधानसभा चुनाव के कारण कालेज कैंपस का प्रयोग किया जाने लगा। इससे कक्षाएं बाधित हुई। माप राउंड से नामांकित छात्र-छात्राओं के लिए पाठ्यक्रम का 50 प्रतिशत हिस्सा भी पूरा नहीं हुआ है।
ऐसे में अगर परीक्षा निर्धारित तिथि पर शुरू होती है तो वे इसमें अनुत्तीर्ण हो जाएंगे या उन्हें काफी कम अंक आएंगे। ऐसे में छात्र-छात्राओं ने परीक्षा तिथि विस्तारित करने की मांग की है। दूसरी ओर पहले और दूसरे राउंड में नामांकन कराने वाले विद्यार्थियों ने भी छात्र हित में तिथि विस्तार करने की मांग की है।
बीटेक सेकंड सेमेस्टर (2024 बैच) में नामांकित छात्र-छात्राओं की परीक्षा पिछले महीने हुई है। अब तक इसका रिजल्ट जारी नहीं हो सका है। इस कारण भी छात्र-छात्राओं की दुविधा बढ़ गई है। बीटेक सेकंड सेमेस्टर का परिणाम के आधार पर ही यह तय होता है कि बीटेक के विद्यार्थियों का ईयर बैक हुआ है या नहीं।
फर्स्ट सेमेस्टर और सेकंड सेमेस्टर के रिजल्ट को मिलाकर यह तय होता है। अगर दोनों ही सेमेस्टर को मिलाकर अगर किसी छात्र को पांच सीजीपीए से कम है तो वह ईयरबैक माना जाता है। उसे वर्ष 2025 बैच के साथ दुबारा परीक्षा देनी पड़ती। अगर 2025 बैच की परीक्षा हो जाती है और सेकंड सेमेस्टर के विद्यार्थियों का ईयरबैक हो जाता है तो उनका क्या होगा। इसको लेकर विद्यार्थी परेशान हैं।

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