मुजफ्फरपुर के नारायणपुर अनंत मालगोदाम पर करोड़ों के सीमेंट बैग हो गए पत्थर
नारायणपुर अनंत स्टेशन के मालगोदाम से रेलवे को महीने में 30 करोड़ से अधिक की आमदनी होती है मगर यहां उपयुक्त शेड नहीं होने के कारण करोड़ों के सीमेंट बैग प ...और पढ़ें

मुजफ्फरपुर । नारायणपुर अनंत स्टेशन के मालगोदाम से रेलवे को महीने में 30 करोड़ से अधिक की आमदनी होती है, मगर यहां उपयुक्त शेड नहीं होने के कारण करोड़ों के सीमेंट बैग पत्थर हो गए। साथ ही अन्य सामान भी बर्बाद हो रहे हैं। व्यापारियों को सीमेंट, तेल, बालू या अन्य खाद्य सामग्री मंगवाने पर एक गुड्स ट्रेन का भाड़ा 20 लाख रुपये से अधिक देना पड़ता है। महीने में 100 से अधिक गुड्स ट्रेनों की यहां अनलोडिंग होती है।
खुले आसमान के नीचे रखे सीमेंट बैग के बारिश में पत्थर हो जाने से व्यापारियों को करोड़ों रुपये का नुकसान हो गया। पत्थर बने ये बैग बहुत दूर तक खुले में यूं ही पड़े हैं। यहां छह रैक के एक साथ उतारने की व्यवस्था है। एक शेड है भी तो वह भी जगह-जगह टूटा हुआ है। उसके नीचे भी करोड़ों रुपये का सीमेंट पड़ा हुआ है। मानसून की बारिश से पहले अगर इन बैग को नहीं हटाया गया तो ये भी नष्ट हो जाएंगे। हालत यह है कि अगल-बगल के गोदाम में व्यापारियों को अधिक पैसे देकर अपना सामान रखना पड़ रहा है। 1886 में बना था नारायणपुर अनंत माल गोदाम :
नारायणपुर अनंत माल गोदाम 1886 में बनाया गया था। हाजीपुर में पूर्व- मध्य रेल जोन बनने से पहले पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा यह संचालित होता था। 136 साल बाद भी इस माल गोदाम का कायाकल्प नहीं हुआ। जबकि देश के हर मंडल में यार्ड और माल गोदाम की रिमाडलिग हो रही है। डेढ़ साल पहले सात करोड़ से जीर्णोद्धार की हुई थी घोषणा :
चार दिसंबर 2020 को सोनपुर रेल मंडल के तत्कालीन सीनियर डीसीएम द्वारा नाराणपुर अनंत माल गोदाम का
सात करोड़ की लागत से जीर्णोद्धार की घोषणा की गई थी। गोदाम में लाइन, पेयजल व अन्य सुविधाएं बहाल करने को कहा गया था। उस वक्त 1284 टन धान भेजा गया था। इससे रेलवे को 24 लाख से अधिक राजस्व की प्राप्ति हुई। फिर भी इस माल गोदाम का कायाकल्प नहीं हो सका। 'पूर्व मध्य रेल में जहां भी पुराना और जर्जर यार्ड या माल गोदाम है सभी की धीरे-धीरे रिमाडलिग की जा रही है। नारायणपुर माल गोदाम का भी संज्ञान लिया जाएगा। व्यापारियों के सीमेंट आदि बारिश में भींगकर पत्थर हो रहे, इसकी जांच कराई जाएगी।'
- वीरेंद्र कुमार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्व मध्य रेल

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।