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    ब्रिटिश काल के रिकार्ड और फारसी दस्तावेज का रखरखाव संतोषजनक नहीं, 25 वर्ष से पुराने अभिलेख पटना होंगे हस्तांतरित

    Updated: Wed, 13 Aug 2025 02:43 PM (IST)

    Bihar News बिहार राज्य अभिलेखागार निदेशालय पटना की तीन सदस्यीय टीम ने मुजफ्फरपुर के जिला राजस्व अभिलेखागार का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने पाया कि यह अभिलेखागार बहुत पुराना है और रखरखाव की स्थिति भी संतोषजनक नहीं है। यहां ब्रिटिश काल के रिकार्ड और फारसी दस्तावेज भी मौजूद हैं। इसका प्रयोग शोध के काम भी किया जा सकता है।

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    इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। बिहार राज्य अभिलेखागार, पटना में 25 वर्ष पुराने और विशेषकर आजादी से पूर्व के अभिलेखों का हस्तांतरण किया जाएगा। यह अभिलेख शोधार्थियों के लिए महत्वपूर्ण विषय बन सकते हैं। इस प्रक्रिया को प्रारंभ करने के लिए अभिलेखों की पहचान की जा रही है।

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    जिला राजस्व अभिलेखागार का निरीक्षण

    मंगलवार को, बिहार राज्य अभिलेखागार निदेशालय, पटना की तीन सदस्यीय टीम ने जिला राजस्व अभिलेखागार का निरीक्षण किया। इस टीम का नेतृत्व अभिलेखागार निदेशक डा. मो. फैसल अब्दुल्लाह ने किया, जिसमें लेखापाल सरपंच राम और रामकुमार भी शामिल थे।

    रखरखाव की स्थिति संतोषजनक नहीं

    निदेशक ने बताया कि यह दौरा दो दिनों का है और बुधवार को निरीक्षण कार्य जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यह अभिलेखागार बहुत पुराना है और इसकी रखरखाव की स्थिति संतोषजनक नहीं है। यहां कई महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक दस्तावेज मौजूद हैं, जिनमें ब्रिटिश काल के रिकार्ड और फारसी दस्तावेज शामिल हैं।

    अभिलेखों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता

    इन अभिलेखों पर शोध करने के लिए कई शोधार्थी यहां आते हैं, और बिहार राज्य अभिलेखागार में इसकी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। इन अभिलेखों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है, ताकि युवा पीढ़ी को सीखने का अवसर मिल सके। इसके लिए महत्वपूर्ण अभिलेखों को पटना अभिलेखागार में हस्तांतरित किया जाएगा, और उनकी सूची बनाई जा रही है।

    जो बचे हैं, उसे सुरक्षित करने की आवश्यकता

    निदेशक ने बताया कि रखरखाव के अभाव में कई रिकार्ड नष्ट हो चुके हैं। अब बचे हुए अभिलेखों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अभिलेखागार में मौजूद स्टील के बाक्स को और मजबूत बनाने की आवश्यकता है।

    इसके अलावा, अभिलेखों के डिजिटाइजेशन का कार्य भी चल रहा है, जिसमें तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। नए अत्याधुनिक अभिलेखागार भवन का निर्माण भी प्रक्रिया में है, जिससे अभिलेखों का संरक्षण बेहतर तरीके से किया जा सकेगा।