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    कॉलेज के विकास में हेमंत शाही का योगदान अमूल्य : एसके मिश्रा

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 07 Jun 2021 04:34 AM (IST)

    हेमंत शाही की 67वीं जयंती पर रविवार को गन्नीपुर स्थित श्रीकृष्ण जुबली लॉ कॉलेज में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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    कॉलेज के विकास में हेमंत शाही का योगदान अमूल्य : एसके मिश्रा

    मुजफ्फरपुर : हेमंत शाही की 67वीं जयंती पर रविवार को गन्नीपुर स्थित श्रीकृष्ण जुबली लॉ कॉलेज में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कोरोना संक्रमण के दौरान शारीरिक दूरी का पालन करते हुए परिसर में स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। कॉलेज के अध्यक्ष एसके मिश्रा ने कहा कि हेमंत शाही ने कॉलेज के विकास में पूरा योगदान दिया। समाज के सभी वर्गो व विशेषकर युवाओं को प्रोत्साहित करते थे। कॉलेज की सचिव डॉ.उज्जवला मिश्रा ने हेमंत शाही के कार्यों और उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला। मौके पर निदेशक जयंत कुमार, प्राचार्य डॉ. केकेएन तिवारी, उप प्राचार्य प्रो. ब्रजमोहन आजाद, डॉ. एसपी चौधरी, प्रो. प्रभात किशोर, प्रो. पंकज कुमार, प्रो. आरए सहाय, प्रो. यूएस पांडेय, राकेश कुमार, उज्जवल कुमार आदि ने अपने विचार रखे। मौके पर केपी सिंह, प्रेमभूषण कुमार, अरुण शाही, मनोज कुमार, अशोक सिंह, वीणा कुमारी, रीमा कुमारी, दिनेश कुमार, धर्म प्रकाश, सुरेश कुमार, प्रकाश कुमार, राजेंद्र साह, अनिल ठाकुर, सुधीर कुमार, दिवाकर कुमार, रमणी, नूतन आदि मौजूद रहे।

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    युवाओं के दिलों पर राज करते थे हेमंत शाही

    हेमंत शाही स्मृति विकास मंच के तत्वावधान में रविवार को पूर्व विधायक हेमंत शाही की वर्चुअल जयंती समारोह आयोजित की गई। समारोह की अध्यक्षता कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मंच के अध्यक्ष अरविद कुमार सिंह ने की। उन्होंने कहा कि हेमंत शाही युवा कांग्रेस के प्रकाश स्तंभ थे। उनको अपने पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री ललितेश्वर प्रसाद शाही से नेतृत्व गुण विरासत में मिली थी, लेकिन पिता की ख्याति एवं पद का कभी इस्तेमाल नहीं किया। खुद की मेहनत एवं काबिलियत से अपनी पहचान बनाई। वे युवाओं के दिलों पर राज करते थे। मुख्य अतिथि सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने हेमंत शाही को याद करते हुए कहा कि वह कॉलेज के दिनों से ही उनके संपर्क में रहे। उसी समय से उनके व्यक्तित्व को अपने में अनुग्रहित करने का प्रयत्न करते रहे। अगर आज वे होते तो बिहार की तस्वीर ही कुछ अलग होती। मौके पर प्रमोद त्यागी, कांग्रेस नेता गौतम कुमार, डॉ. अमृतेश कुमार, उमेश प्रसाद सिंह आदि ने अपने विचार रखे।