Muzaffarpur News: पिछले वर्ष 105 का था लक्ष्य, सिर्फ एक पुरुष ने कराई नसबंदी
स्वास्थ्य विभाग के प्रयास के बावजूद परिवार नियोजन की योजना सफल नहीं हो पा रही है। वर्ष 2024-25 की बात करें तो पुरुष नसबंदी के मामले में जिला लक्ष्य से काफी पीछे रह गया। नसबंदी पखवाड़ा के दौरान 105 का लक्ष्य निर्धारित किया गया था लेकिन सिर्फ एक ने ही नसबंदी कराई। वैशाली की बात करें तो वैशाली में 45 ने इसे अपनाया।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News: जिले में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा इस माह मनाया जाएगा। इसे लेकर सभी पीएचसी प्रभारियों को इसके लिए आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिया गया है। इस पखवाड़ा के तहत जागरूकता अभियान चलाने के साथ प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। इसके लिए नसबंदी मेला का भी आयोजन पीएचसी से लेकर सदर अस्पताल तक किया जाएगा। हालांकि पिछले पांच वर्षों के रिकार्ड पर गौर करें तो नसबंदी कराने का आंकड़ा बहुत बेहतर नहीं रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अथक प्रयास के बावजूद सिर्फ 58 पुरुषों ने ही नसबंदी कराया। वर्ष 2024-25 में पुरुष नसबंदी के मामले में जिला लक्ष्य से बहुत पीछे रहा। नसबंदी पखवाड़ा के दौरान जिलों को 105 पुरुषों की नसबंदी कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन सिर्फ एक पुरुष ने ही नसबंदी कराया। अगर उत्तर बिहार के जिलों का रिकार्ड देखें तो सबसे अधिक पुरुष नसबंदी कराने वाले जिला में वैशाली शामिल है।
वैशाली को सौ का लक्ष्य दिया गया था। इसमें से 45 पुरुषों ने नसबंदी कराया। दूसरे नंबर पर सीतामढी जिला है, जहां 105 के विरुद्ध 23 पुरुषों ने, तीसरे नंबर पर पटना है, जहां 140 के विरुद्ध 19 पुरुषों ने ने नसबंदी कराया। सबसे कम नसबंदी कराने वाले में शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चमी चंपारण और मुजफ्फरपुर जिला शामिल है। यहां एक-एक पुरुषों ने नसबंदी कराया है।
इसी प्रकार दरभंगा ने 110 के विरुद्ध छह और मधुबनी ने 130 लक्ष्य में से आठ नसबंदी का कार्य पूरा किया। राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से इस आंकड़ें पर चिंता जताई गई है। इसमें सुधार करने और लक्ष्य प्राप्ति को लेकर इस बार नसबंदी पखवाड़ा में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया है।
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