Kudhni Vidhansabha: केवट के हाथ में कुढ़नी की नैय्या, किस पार्टी का होगा बेड़ा पार?
मुजफ्फरपुर के कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र में कांटे की टक्कर है। भाजपा के केदार प्रसाद गुप्ता और राजद के सुनील कुमार सुमन के बीच मुकाबला है। जाति समीकरणों के आधार पर मतदाता जीत-हार का आकलन कर रहे हैं। यादव और मुस्लिम मतदाता सबसे अधिक हैं। निषाद वोट निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। सहनी समाज में असंतोष है। जन सुराज के अली इरफान मुस्लिम मतदाताओं को प्रभावित कर सकते हैं।

केवट के हाथ में कुढ़नी की नैय्या
प्रेम शंकर मिश्रा, मुजफ्फरपुर। जिले की सबसे अधिक पंचायतों से बने कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र में पहले चरण में छह नवंबर को मतदान है। क्लोज फाइट के इतिहास वाले इस क्षेत्र में फिर वही कहानी दोहराने की संभावना दिख रही है।
यहां 20 उम्मीदवार हैं। भाजपा से पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता का मुकाबला राजद ने नए चेहरे सुनील कुमार सुमन से है। जाति समीकरण का गुना-भाग हो रहा है। मतदाता इस आधार पर जीत-हार का आकलन कर रहे हैं।
यहां यादव एवं मुस्लिम मतदाता सर्वाधिक हैं। इसके बाद कुशवाहा, सहनी, वैश्य एवं भूमिहार-ब्राह्मण हैं। राजद के कुशवाहा उम्मीदवार होने से एनडीए के वोट में सेंधमारी दिख रही है।
चिराग पासवान के चलते अनुसूचित जाति के मतदाताओं के एनडीए में आने की संभावना को देखते हुए दोनों गठबंधन में कड़ा संघर्ष दिख रहा है। ऐसे में निषाद वोट निर्णायक माने जा रहे। माना जा रहा कि केवट ही इस बार बेड़ा पार लगाएंगे।
यही कारण है कि मुकेश सहनी के नेतृत्व वाली वीआइपी को टक्कर देने के लिए पहले भाजपा ने अजय निषाद और जिलाध्यक्ष महावीर सहनी, पूर्व विधायक अनिल सहनी, रंजीत सहनी समेत दर्जनों निषाद नेताओं को शामिल कराया है। सहनी समाज के कई लोग मानते हैं कि उनके साथ धोखा हुआ है।
आइएनडीआइए ने 60 के बदले महज 15 सीटें दीं। इसमें से भी एक में नामांकन रद हो गया है। कई में कांग्रेस और राजद ने बाधा खड़ी कर दी है। ऐसे में सीट ही नहीं मिलेगी, तो उप मुख्यमंत्री कैसे बनाएंगे।
दूसरी ओर जन सुराज के अली इरफान की मुस्लिम मतदाताओं में अच्छी पकड़ है। इसके अलावा जनशक्ति जनता दल के मो. गुलाम मासूम भी इस वोट में सेंधमारी कर सकते हैं।
वहीं, भाजपा से बगावत कर मैदान में उतरे धर्मेंद्र कुमार एनडीए के वोट में सेंधमारी कर सकते हैं। राजद के गढ़ वाले इलाके चढुवां में जदयू के नेता कहते हैं, संघर्ष कड़ा है। सब निषाद वोट पर ही निर्भर करता है।
जम्हरूआ चौक पर वर्षों से चाय की दुकान चलाने वाले पारस राय कहते हैं, यह सही है कि नीतीश कुमार ने अच्छा काम किया, मगर अब बदलाव होना चाहिए। तेजस्वी को भी एक बार मौका मिलना चाहिए।
स्थानीय विधायक से भी उनकी नाराजगी है। सहनी समाज की जयमल देवी विधायक के काम की तारीफ करती हैं। कैंसर से जूझ रहे उसके पुत्र के इलाज के लिए कई स्वजातीय नेताओं से संपर्क के बाद भी मदद नहीं मिली।
वह कहती हैं, केदार गुप्ता ने मदद की थी। महिलाएं सरकार के काम से खुश हैं। जीविका दीदियों को मिले 10 हजार का असर दिख रहा है। तेजस्वी की घोषणा का अधिक असर नहीं है। स्थानीय स्तर पर कुछ खराब सड़कों को लेकर शिकायतें हैं।
कुढ़नी विधानसभा का विवरण
कुल मतदाता : 3,04,604
पुरुष मतदाता : 1,61,477
महिला मतदाता : 1,43,123
मंगलामुखी मतदाता : 04
मतदान केंद्र की संख्या : 375

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