उम्र कैद की सजा काट रहा रिम्स से फरार कुख्यात कृष्ण मोहन झा मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार
Muzaffarpur News नगर थाना क्षेत्र के पुरानी बाजार मोहल्ले में रिटायर्ड बैंक अधिकारी के घर में ली थी शरण भगाने व शरण देने के आरोप में बैंक अधिकारी के आभूषण कारोबारी पुत्र को भी रांची पुलिस ने पकड़ा पुलिसकर्मी की हत्या और बम विस्फोट का भी कुख्यात रहा आरोपित
मुजफ्फरपुर, जासं। अपहरण व हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा रांची के रिम्स से फरार कुख्यात कृष्ण मोहन झा को मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया गया है। उसके साथ आभूषण कारोबारी मुकेश कुमार को भी पकड़ा गया है। पूछताछ के बाद झारखंड पुलिस दोनों को अपने साथ लेकर रांची के लिए रवाना हो गई है। पुलिस का कहना है कि मुकेश ने कृष्ण मोहन को फरारी के दौरान घर में शरण दी थी। जांच में पता चला है कि उसने ही रिम्स से उसे भगाया था।
बताया गया कि 20 सितंबर से वह नगर थाना क्षेत्र के नई बाजार स्थित जुम्मा मस्जिद के पास मुकेश के घर में छिपा था। मुकेश के पिता रिटायर्ड बैंक अधिकारी बताए गए हैं। पुलिस ने इन दोनों के मोबाइल भी जब्त किए हैैं। इनका डिटेल्स निकाला जा रहा है।
बताया गया कि झारखंड पुलिस को उसके यहां छिपने की गुप्त सूचना मिली थी। इसी पर रांची के बरियातु थाने की पुलिस ने नगर थाना के दारोगा सुनील कुमार पंडित व राजपत कुमार के साथ बुधवार देर रात छापेमारी की। इस दौरान नई बाजार मोहल्ला स्थित मुकेश के घर से दोनों को पकड़ा गया। बता दें कि वह रिम्स के मेडिसिन वार्ड में पिछले 27 दिनों से भर्ती था। उसने मुख्यमंत्री, मुख्य न्यायाधीश को आवेदन लिखकर जान बचाने की गुहार लगाई थी। साथ ही लोगों से भी आर्थिक मदद मांगी थी। इसी बीच गत सप्ताह शनिवार की शाम कृष्ण मोहन झा की सुरक्षा में तैनात जवानों को रसगुल्ला में नशा खिलाकर बेहोश कर दिया गया। इसके बाद उसे वहां से भगाकर ले जाया गया था। उसके हाथ में हथकड़ी भी नहीं लगाई गई थी।
मूलरूप से बथना परिया का है रहने वाला
कृष्ण मोहन झा उर्फ अभय उर्फ धनंजय उर्फ काली झा मूलरूप से मुजफ्फरपुर के कुढऩी थाना क्षेत्र के बथना परिया का रहने वाला है। उसने झारखंड के हजारीबाग जिले के चौपारण थाना क्षेत्र स्थित असवाल चौक और लातेहार के अंबा कोठी में भी अपना आवास बना रखा था।
कई मामलों में है आरोपित
कुख्यात कृष्ण मोहन झा के खिलाफ रांची के सुखदेव नगर थाने में अपहरण, हत्या के अलावा मुशहरी, लातेहार बरवाडीह, गुमला और पूसा थाने में अपहरण, हत्या व मारपीट से संबंधित कई मामले दर्ज हैं। पुलिस की भी हत्या के अलावा बम विस्फोट का वह आरोपित है।