मुजफ्फरपुर में बढ़ता वायु प्रदूषण परेशानी का सबब, बीमारी का खतरा बढ़ा
Muzaffarpur news मुजफ्फरपुर में वायु की गुणवत्ता लगातार खराब श्रेणी में दर्ज की जा रही है। प्रदूषण का ग्राफ 348 एक्यूआइ पर पहुंचा। शहर में जगह-जगह पर ...और पढ़ें

मुजफ्फरपुर, {अमरेंद्र तिवारी)। शहर में वायु प्रदूषण अब भी परेशानी का सबब बना है। लगातार 20 दिनों से प्रदूषण की स्थिति भयावह बनी है। सोमवार को भी प्रदूषण का ग्राफ रेड जोन में ही रहा। यहां का एक्यूआइ ग्राफ 347 पर पहुंचा। शहर में पीएम 2.5 का स्तर जिला स्कूल इलाके में सुबह 11 बजे 263, दोपहर 12 बजे 361, एक बजे 355, दो बजे 364, तीन बजे 367 पर रहा।
यह है स्थिति
तिथि -एक्यूआइ
1 नवंबर-229
2 नवंबर-143
3 नवंबर -206
4 नवंबर-301
5 नवंबर-317
छह नवंबर-252
सात नवंबर- 235
आठ नवंबर-265
नौ नवंबर-280
दस नवंबर-314
11 नवंबर- 319
12 नवंबर- 266
13 नवंबर-322
14 नवंबर-348
धूल व वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण प्रदूषण की समस्या विकराल
शहर में जाम से निजात के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठ रहे हैं। वहीं, जाम के कारण धूल व वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण प्रदूषण की समस्या विकराल हो रही है। शहर में जगह-जगह पर कचरा भी जलाया जा रहा है। सड़कों की सफाई के क्रम में नाले की गाद डाल दी जा रही है। जहां निर्माण कार्य हो रह हैं, वहां धूलकण कीमात्रा अधिक हो जा रही है। सड़क पर नगर निगम की ओर से पानी का छिड़काव होना चाहिए, जो नहीं हो रहा है।
इधर, सदर अस्पताल के मेडिसिन विभाग के डा. नवीन कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में प्रदूषण के कारण होने वाली एलर्जी के मरीज आ रहे हैं। औसतन रोज दो सौ से ज्यादा एलर्जी वाले आ रहे हैं। बता दें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स जीरो से 50 तक अच्छा माना जाता है। इसे सेहत के नजरिए से ग्रीन जोन में माना जाता है। 51 से 100 के बीच येलो जोन है। एक्यूआइ 150 के पार होने पर औरेंज जोन कहा जाता है। ये हवा बुजुर्गों और बीमारों के लिए ठीक नहीं है। एक्यूआइ 151 से 200 के बीच रेड जोन में आता है। जब एक्यूआइ 201 से 300 के बीच हो तो सेहत के लिए खतरा बढ़ जाता है।

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