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    Muzaffarpur News : बागमती के जलस्तर में बढ़ोतरी से पीपा पुल पर चढ़ा पानी, ग्रामीण इलाकों में आवागमन में परेशानी

    Updated: Thu, 10 Jul 2025 08:39 PM (IST)

    नेपाल में बागमती नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में हुई बारिश के कारण इसके जल अधिग्रहण क्षेत्र में बढ़ोतरी हुई है। बकुची स्थित पीपा पुल के एप्रोच पथ पर स्थिति यह हो गई है कि डेढ़ से दो फीट पानी भर गया है। इसकी वजह से वाहनों की आवाजाही में परेशानी उत्पन्न हो गई है। कमजोर मानसून के बावजूद जलस्तर में कमी और वृद्धि जारी है।

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    बागमती के जलस्तर में बढ़ोतरी से तटवर्ती इलाके लोग सहमे हुए हैं। जागरण

    संवाद सहयोगी, कटरा(मुजफ्फरपुर)। बागमती के जलस्तर में गुरुवार को चार फीट की वृद्धि हुई। बकुची स्थित पीपा पुल के एप्रोच पथ पर डेढ़ से दो फीट पानी भर जाने से वाहनों की आवाजाही में परेशानी उत्पन्न हो गई है। कमजोर मानसून के बावजूद बागमती के जलस्तर में कमी और वृद्धि जारी है। गुरुवार को एकबार फिर जलस्तर बढ़ने से परेशानी शुरू हो गई है।

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    पीपा पुल के सहारे जनजीवन

    बागमती पर स्थित पीपा पुल प्रखंड की लाइफ लाइन कहलाता है। प्रखंड की 14 पंचायतें नदी के उत्तर में अवस्थित हैं। इनका प्रखंड मुख्यालय कटरा गढ़ पर स्थित है। इसके अलावा अंचल व निबंधन कार्यालय, पुलिस स्टेशन, बैंक आदि जाने के लिए भी ग्रामीणों को नदी पार करनी पड़ती है। सरकारी स्तर पर सुनवाई नहीं होने के बाद स्थानीय लोगों ने निजी कोष से पीपा पुल का निर्माण कराया। विगत 15 वर्षों से इसी के सहारे जनजीवन चल रहा है।

    जलस्तर बढ़ने पर पीपा पुल को खतरा

    जलस्तर में अधिक वृद्धि होने पर पीपा बह जाता है और आवागमन की समस्या गंभीर बन जाती है। यह सिलसिला दशकों से जारी है। अनेकों बार क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं नेताओं ने आश्वासन दिया, लेकिन समस्या यथावत रही। इस बार भी बाढ़ का खतरा दिखाई देने लगा है।

    औराई में बागमती के जलस्तर में रिकार्ड पांच फीट की वृद्धि

    औराई: जल ग्रहण क्षेत्र में हुई भारी वर्षा के कारण बागमती नदी के जलस्तर में गुरुवार की शाम तक पांच फीट की वृद्धि हुई। जलस्तर में वृद्धि होने के कारण बागमती परियोजना उत्तरी और दक्षिणी बांध के बीच अवस्थित एक दर्जन गांवों के लोगों की बेचैनी बढ़ गई है। कुछ लोग अपने घर का सामान लेकर ऊंचे स्थानों पर जाने की तैयारी में लग गए हैं।

    विदित हो कि बागमती नदी की दक्षिणी उपधारा के मधुबन प्रताप घाट व अतरार घाट पर एक पखवारा पूर्व चचरी पुल ध्वस्त हो जाने के कारण लोग नाव से ही आवागमन कर रहे हैं। बागमती परियोजना बांध के अंदर मधुबन प्रताप, पटोरी टोला, बाड़ा बुजुर्ग, बारा खुर्द, चैनपुर, राघोपुर, तरबन्ना, बभनगामा पश्चिमी, हरनी टोला, भरथुआ दक्षिणी टोला के लोग बाढ़ पूर्व बचाव की तैयारी में लगे हुए हैं। मधुबन प्रताप घाट पर दिनभर आवागमन के लिए लोगों की भीड़ लगी हुई थी। कुछ लोग अपने घर का कीमती सामान लेकर ऊंचे स्थानों की ओर जाते दिखे। अंचलाधिकारी गौतम कुमार सिंह ने कहा कि मधुबन प्रताप व अतरार घाट पर आवागमन के लिए सरकारी स्तर पर नाव चलाई जा रही है।