Dharmendra murder case: पत्नी ने जेठ पर लगाया हत्या का आरोप, पूरी तरह से उलझा मामला
Muzaffarpur News धर्मेंद्र हत्याकांड के आइओ सह थानाध्यक्ष रविकांत पाठक ने स्वजन की उपस्थिति में कमरे की छानबीन की। आसपास की दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को भी एकत्रित किया। कहा जा रहा है कि धर्मेंद्र का व्यक्तिगत जीवन भी सामान्य नहीं था। वह गुस्सैल स्वभाव का था। उसने सुधा डेयरी में भी मारपीट की थी।

संवाद सहयोगी, कांटी(मुजफ्फरपुर)। थाना क्षेत्र के सदातपुर सुधा डेयरी के समीप धर्मेंद्र कुमार राय की संदिग्ध मौत की गुत्थी नहीं सुलझ सकी। इस बीच उसकी पत्नी खुशबू कुमारी ने जेठ (युवक के बड़े भाई) मिथिलेश कुमार राय पर हत्या का शक जता दिया।
वहीं मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने वाले मिथिलेश ने भी खुशबू के दो नाम से आधार बनवाने और दूसरे नाम से खाता खुलवाने की जानकारी देकर शक बढ़ा दिया। इस बीच रविवार को पुलिस ने घटनास्थल का दोबारा बारीकी से मुआयना किया और कई महत्वपूर्ण सुराग जुटाए।
मृत धर्मेंद्र के स्वजन की मौजूदगी में केस के आइओ सह थानाध्यक्ष रविकांत पाठक ने कमरे की गहन छानबीन की। पुलिस ने अगल-बगल की दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को भी एकत्रित किया। प्रारंभिक जांच में पुलिस को जानकारी मिली है कि धर्मेंद्र गुस्सैल स्वभाव का था। उसने सुधा डेयरी में भी एक वरीय अधिकारी के साथ मारपीट की थी। इसमें अधिकारी का दांत टूट गया था। ड्यूटी के दौरान भी धर्मेंद्र का संवेदकों और अन्य साथियों के साथ अक्सर नोकझोंक होता रहता था।
विदित हो कि शनिवार सुबह धर्मेंद्र कुमार राय का सड़ा-गला शव कमरे से बरामद हुआ था। मृतक के भाई मिथिलेश राय ने मृतक की पत्नी खुशबू कुमारी पर हत्या कर फरार होने का आरोप लगाते हुए थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। हालांकि, देर शाम आरोपी महिला खुशबू कुमारी खुद थाने पहुंची और पुलिस के पूछताछ में जेठ पर ही हत्या का आरोप लगा दिया।
पत्नी से करता था मारपीट
धर्मेंद्र की पत्नी खुशबू ने बताया कि उसके साथ वह मारपीट करता था। उसके शरीर को भी जला दिया था। नाराज होकर वह मायके समस्तीपुर के राेसड़ा चली गई। इसके बावजूद उसके बुलाने पर वह कांटी आ गई। चार दिन पहले भी वह गुस्सा में मायके चली आई थी। इसका फायदा उठाकर जेठ मिथिलेश ने उसके पति की हत्या कर दी। उसने बताया कि जमीन के बंटवारे को लेकर छह माह पहले विवाद हुआ था। इस दौरान वह चाकू लेकर मारने दौड़ा था।
हो गेलओ, आखिर मुलाकात...खतम
खुशबू ने धर्मेंद्र का आडियो क्लिप उपलब्ध कराया है। इसमें काल नहीं उठाने पर धर्मेंद्र यह कह रहा है कि अलविदा खुशबू। आज के बाद तोहरा नै खोजबौ। हो गेलओ, आखिरी मुलाकात...खतम। जा रहल हथि दुनिया छोड़कर। तू आराम से जी। जरूरत हो त बोल, भेज दै हियो पांच-दस हजार। ई अंतिम काल हऊ...।
जेठ ने कहा, दो आधार में दो नाम
वहीं मिथिलेश राय ने खुशबू पर ही ही धर्मेंद्र की हत्या के आरोप पर अडिग है। उसने कहा, खुशबू ने रुक्मिणी नाम से दूसरा आधार कार्ड बनवाया। इस नाम से ही उसने खाता भी खुलवाया है। जरूर वह धोखा दे रही थी।
वहीं डीएसपी पश्चिमी वन सुचित्रा कुमारी और थानाध्यक्ष रविकांत पाठक ने खुशबू से घंटों पूछताछ की। प्रथम दृष्टया उसकी संलिप्तता के ठोस सबूत न मिलने पर उसे पीआर बांड पर रिहा कर दिया गया। फिलहाल, पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे मौत के वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा।
पुलिस जल्द ही मृतक के भाई से भी पूछताछ कर सकती है, ताकि मामले की गुत्थी सुलझ सके। ग्रामीण एसपी राजेश कुमार सिंह प्रभाकर ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। डीएसपी पश्चिमी वन ने भी यही बात कही है। हत्या के साथ आत्महत्या के बिंदु पर भी जांच चल रही है।
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