पत्नी किसी और के साथ एक माह पहले भाग गई थी और अब फिर से..., जानें दरभंगा के युवक की दास्तां
दरभंगा के विशनपुर थाना क्षेत्र के मुस्तफापुर गांव की घटना। पत्नी की बेवफाई से परेशान चल रहे युवक ने की आत्महत्या। गांव के ही किसी दूसरे युवक के साथ घर से भागी पत्नी को लौटने के बाद फिर से साथ रखने का डाला जा रहा था दबाव।
दरभंगा, जासं। किसी शायर ने एक पुरुष के हाल-ए-दिल के बारे में कहा था- तुम अगर मुझको न चाहो तो कोई बात नहीं/ तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी...। दरभंगा के विशनपुर थाना अंतर्गत मुस्तफापुर निवासी छेदी सहनी के पुत्र बिरजू सहनी(25) के लिए यह बात सौ फीसद सही साबित हुई। उसकी पत्नी सीमा देवी उर्फ शोभा गांव के ही किसी युवक को चाहने लगी। चाहत इतनी बढ़ी की एक माह पहले वह उसके साथ घर से ही भाग गई। यह बात युवक को इस कदर नागवार लगी कि वह अवसाद में रहने लगा। बाद में घटनाक्रम कुछ ऐसा हुआ कि उसने खुदकुशी कर ली। मृतक के पिता ने इस मामले में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है।
गांव के ही एक युवक से प्यार हो गया
बिरजू सहनी की पत्नी जब शादी के बाद गांव आई तो कुछ ही दिनों में वह लोगों से घुलने-मिलने लगी। औरत ही नहीं मर्दों से भी उसकी बातचीत होने लगी। यह बिरजू को अच्छा नहीं लगता था। उसने कई बार रोका-टोका भी, लेकिन वह रुकने का नाम नहीं ले रही थी। शोहबत का ही परिणाम हुआ कि उस महिला को गांव के ही एक युवक से प्यार हो गया। प्यार ऐसा कि वह एक माह पहले उसके साथ घर छोड़कर भाग गई। इस बात ने बिरजू को अंदर से झकझोर दिया। इधर-उधर एक माह तक भटकते रहने के बाद जब प्यार का खुमार उतरा तो विगत 31 जुलाई को शोभा गांव वापस आ गई। बिरजू ने उसे अपने साथ रखने से मना किया तो वह गांव के गण्यमान्य लोगों के पास पहुंची। इसके बाद सरपंच पति राजा शर्मा, श्याम यादव, लाल यादव आदि ने बिरजू पर दबाव बनाकर पत्नी को पहले की तरह ही रखने का फरमान जारी कर दिया। यहां तक कि बिरजू से पंचनामा पर हस्ताक्षर भी करवा लिया, लेकिन दूसरे के साथ भागी पत्नी को फिर साथ रखने की बात उसे नश्तर की तरह चुभने लगी और वह फंदे से झूल गया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बिरजू के पिता ने सरपंच के पति राजा शर्मा, बहू सीमा देवी उर्फ शोभा सहित गांव के श्याम यादव व लाल यादव पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। गांव वालों का भी कहना है कि इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को थी, अगर समय रहते पुलिस हरकत में आई होती तो आज बिरजू जिंदा होता।