तेज बारिश से धान की फसल गिरने से नुकसान, आगे भी दिख सकता जलवायु परिवर्तन का असर
मुजफ्फरपुर में पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश से रबी फसलों के लिए तो फायदा है पर तेज हवा के चलते धान की फसल को नुकसान हो रहा है। खेतों में पानी भरने से सब्जियों की फसलें भी खराब हो रही हैं। मौसम विज्ञानी ने इसे जलवायु परिवर्तन का असर बताया है और किसानों को जल निकासी की सलाह दी है ताकि फसलों को बचाया जा सके।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश से रबी फसल की बुआई के लिए ज़मीन में पर्याप्त नमी मिलने से किसानों को लाभ हुआ है, लेकिन तेज़ हवा के साथ हो रही बारिश अब किसानों के लिए आफ़त बन गई है।
बंदरा के किसान भूषण सम्मानित सतीश कुमार द्विवेदी ने बताया कि जहां यह बारिश अगली फ़सलों के लिए लाभदायक है, वहीं तेज हवा के कारण समय से पहले (अगात) रोपी गई धान की फसल के गिरने से भारी नुकसान हो सकता है।
बताया कि बंदरा, मीनापुर और कुढ़नी इलाके के किसानों ने चिंता जताई कि यदि केवल बारिश होती तो बेहतर था, लेकिन तेज हवा चलने से मुश्किलें बढ़ गई हैं। कांटी के किसान ओमप्रकाश प्रसाद ने कहा कि हवा के साथ बारिश से फायदे के साथ-साथ नुकसान भी होगा।
सब्जियों के खेतों में पानी भरा
बारिश के कारण सब्जियों के खेतों में पानी लग गया है, जिससे सब्ज़ियों की फसलों को भी नुकसान होने की संभावना बन रही है। डा.राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डा. ए सत्तार ने बताया कि यह जलवायु परिवर्तन का असर है।
जब जून-जुलाई में बारिश होनी चाहिए थी, तब नहीं हुई और अब जब मानसून की विदाई का समय है, तब भारी वर्षा हो रही है। डा. सत्तार ने बताया कि पिछले तीन-चार दिनों में उत्तर बिहार के अनेक स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश हुई है और अगले तीन-चार दिन तक भी ऐसी ही बारिश हो सकती है। उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि खड़ी फसलों और सब्जियों के खेतों से जल निकासी की तत्काल व्यवस्था करें।
कई इलाकों में 10 से 15 घंटे आपूर्ति ठप
मुजफ्फरपुर : जिले में भारी वर्षा के बीच कई इलाकों में 10 से 15 घंटे तक बिजली व्यवस्था ध्वस्त रही। वर्षा शुरू होने के साथ सुबह चार बजे से ही एक-एक पावर सब स्टेशन की बिजली बंद होने लगी। कई इलाकों में सुबह से देर रात तक बिजली नहीं रही। भारी वर्षा के दौरान दो दर्जन से अधिक पेड़ जगह-जगह गिरने से 50 से अधिक बिजली पोल क्षतिगस्त होने से आपूर्ति बंद हो गई। इससे विभाग का भी भारी नुकसान हुआ।
एसकेएमसीएच से एमआइटी पावर सब स्टेशन आने वाली 33 केवी लाइन में पांच जगहों पर जंफर कट गए तो एक जगह पर पेड़ गिर गया। इससे एमआइटी, ब्रह्मपुरा, लक्ष्मी चौक, बैरिया से लेकर दामोदरपुर तक की आपूर्ति दोपहर करीब दो बजे तक 10 घंटे तक बंद रही। सुबह-सुबह बिजली गुल होने से पानी को लेकर इलाके में हाहाकार मचा रहा। इनवर्टर बंद हो गए। कुछ देर के लिए सिकंदरपुर पावर सब स्टेशन से लाइन लेकर एमआइटी इलाके में दो-दो घंटे के रोटेशन पर बिजली दी गई।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।