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मंदी के बाद अब पटरी पर लौट रहा हार्डवेयर व्यवसाय, होम डिलीवरी की बढ़ी डिमांड

कोरोना से विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में मंदी की जबरदस्त मार पड़ी है। व्यवसायियों को करोड़ों के नुकसान का सामना करना पड़ा है। इसकी भारपाई करने में यह वित्तीय वर्ष बीत जाएगा ।स्थिति सामान्य होने में अभी समय लगेगा।

By Edited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 01:10 AM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 01:10 AM (IST)
मंदी के बाद अब पटरी पर लौट रहा हार्डवेयर व्यवसाय, होम डिलीवरी की बढ़ी डिमांड
अब दुकान पर आने वाले 15 से 20 फीसद ग्राहक डिजिटल पेमेंट ही कर रहे हैं।

मुजफ्फरपुर। कोरोना से विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में मंदी की जबरदस्त मार पड़ी है। व्यवसायियों को करोड़ों के नुकसान का सामना करना पड़ा। इसकी भारपाई करने में यह वित्तीय वर्ष बीत जाएगा। हालांकि कोरोना ने व्यवसायी के साथ ही आम लोगों को भी भविष्य को लेकर काफी कुछ सीख दी है। इसमें समय के साथ अपडेट रहने और धैर्य से विकट परिस्थिति से निपटना प्रमुख है। लॉकडाउन में हार्डवेयर के व्यवसाय में भी मंदी की काफी मार पड़ी। शहर के जवाहरलाल रोड स्थित रामा हार्डवेयर के संस्थापक कुणाल अग्रवाल बताते हैं कि लॉकडाउन में हुए नुकसान की भारपाई में महीनों लग जाएंगे। कोरोना की दस्तक से पूरा व्यवसाय ही ठप हो गया। हार्डवेयर से जुड़े हुए कार्य बंद हो गए तो सामग्री की डिमांड ही नहीं रही। सामग्री की आवक भी प्रभावित हुई। हालांकि अब दुकान पर ग्राहकों का आना शुरू हुआ है। लेकिन, स्थिति सामान्य होने में अभी समय लगेगा। वहीं कई कंपनियां एंटी बैक्टीरिया पेंट बना रही हैं। इस ओर भी ग्राहकों का रुझान बढ़ रहा है। सभी ग्राहकों को इसकी जानकारी दी जा रही है। फोन पर आने लगे ऑर्डर, होम डिलीवरी बढ़ी : लॉकडाउन में फोन पर कुछ ऑर्डर आ रहे थे। उन्हें होम डिलीवरी कराई गई। कोरोना का ही असर है कि अब होम डिलीवरी की मांग बढ़ रही है। करीब 15 फीसद ग्राहक अभी फोन से ही ऑर्डर देकर सामान मंगा रहे हैं। सुरक्षा को लेकर बरती जा रही सतर्कता : कुणाल अग्रवाल ने कहा कि ग्राहकों व कर्मियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। ऐसे में संक्रमण से बचने के लिए प्रतिदिन दुकान के सभी सामान को सैनिटाइज कराया जाता है। टेबल व काउंटर पर सैनिटाइजर रखा गया। ग्राहकों को मास्क पहनकर ही आने को कहा जाता। वहीं, बिना मास्क आए ग्राहकों को मास्क दिया गया। डिजिटल पेमेंट में आई वृद्धि : लॉकडाउन से पहले जहां एक-दो ग्राहक ही ऑनलाइन भुगतान करते थे। वहीं अब दुकान पर आने वाले 15 से 20 फीसद ग्राहक डिजिटल पेमेंट ही कर रहे हैं। इससे उन्हें एटीएम में कतार नहीं लगानी पड़ती है और समय की बचत के साथ आसानी से भुगतान भी हो जाता है। फोन पर ऑर्डर करने वाले सभी ग्राहक ऑनलाइन ही भुगतान कर रहे हैं। घर जाकर पसंद कराते डिजाइन, सामग्री भी पहुंचा रहे : कुणाल अग्रवाल ने बताया कि कोरोना ने लोगों की जीवनशैली और काम करने के तरीके में काफी बदलाव ला दिया है। पहले जहां अधिकतर लोग दुकान पर आकर सामान की खरीदारी करते थे। वहीं अब सोशल प्लेटफॉर्म वाट्सएप के माध्यम से फोटो मंगाकर सामान का चयन कर रहे। वहीं, फोन पर ही ऑर्डर देकर होम डिलीवरी ले रहे हैं। कारण, अब स्थिति सामान्य होने पर दुकानों में भीड़ बढ़ रही है। लोग इससे बचना चाहते हैं। 15-20 दिनों से बाजार में लौट रही रौनक, सामान की किल्लत : स्थिति जैसे-जैसे सामान्य हो रही है। बाजार में लोग निकलने लगे हैं। हार्डवेयर दुकानों पर पिछले 15-20 दिनों से ग्राहक पहुंचने लगे हैं। हालांकि ग्राहकों की डिमांड को देखते हुए सामान की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। कारण, दूसरे प्रदेशों में अभी बड़ी एजेंसियां बंद हैं, जहां से सामान की आपूर्ति कराई जाती है। मांग करने पर जरूरत से 20 फीसद माल ही उपलब्ध हो रहा। अब निर्माण कार्य में भी तेजी आ रही है, लेकिन उसके अनुरूप सामान ही उपलब्ध नहीं है। ऑटो सैनिटाइज मशीन की डिमांड : वर्तमान में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर बैंक समेत बड़े कार्यालयों से लेकर शिक्षण संस्थानों में सेंसर से लैस ऑटो सैनिटाजेशन मशीन की मांग की जा रही है। कई कंपनियों ने मशीन उपलब्ध भी कराई है। लॉकडाउन में भी ग्राहक लगातार इसकी डिमांड कर रहे थे। तैयार किया जा रहा डाटाबेस : आगे इस प्रकार की परिस्थिति कभी आए तो उससे निपटने के लिए नियमित ग्राहकों का डाटा बेस तैयार किया जा रहा है। हालांकि यह पहले से भी था, लेकिन विस्तृत जानकारी होने पर इसके माध्यम से आसानी से ग्राहकों से संपर्क किया जा सकता है। वर्तमान में प्रतिदिन फोन पर ही 15-20 ग्राहक ऑर्डर देते हैं। साथ ही निकट भविष्य में सोशल मीडिया से लेकर ऑनलाइन के क्षेत्र में भी व्यवसाय का विस्तार किया जाएगा। ताकि, अधिक से अधिक ग्राहक इससे जुड़ सकें।

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