शिवहर में गैंगस्टर संतोष झा की हत्या के बाद रुकने का नाम नहीं ले रहा गैंगवार
शिवहर सीतामढ़ी मोतिहारी व मुजफ्फरपुर में घटी गैंगवार की घटना। संतोष झा की हत्या के बाद निशाने पर पूर्व मुखिया श्रीनारायण सिंह का परिवार। 2018 में सीतामढ़ी कोर्ट में पेशी के दौरान संतोष झा की कर दी गई थी हत्या।

मुजफ्फरपुर, जासं। गैंगस्टर संतोष झा की 28 अगस्त 2018 को सीतामढ़ी कोर्ट में पेशी के दौरान गैंगवार में हुई हत्या के बाद प्रतिशोध का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। चुनाव प्रचार के दौरान पिछले साल अक्टूबर में शिवहर के श्यामपुर भटहां थाना के नयागांव के पूर्व मुखिया श्रीनारायण सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बुधवार को उसके बड़े भाई नवल किशोर सिंह की अहियापुर में हत्या को गैंगवार से ही जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस अधिकारी गैंगवार की आशंका तो व्यक्त कर रहे हैं, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं कि संतोष झा की हत्या के बाद प्रतिशोध में नवल किशोर सिंह की हत्या की हुई।
भाई की हत्या के बाद नवल ने संभाल रखी थी कमान
25 अक्टूबर 2020 को शिवहर के हथसार गांव में पूर्व मुखिया श्रीनारायण सिंह की हत्या के बाद बड़े भाई नवल किशोर सिंह ने बदला लेने की शपथ ली थी। चार भाइयों में श्रीनारायण सिंह व नवल सिंह का आपराधिक इतिहास था। श्रीनारायण सिंह की हत्या के बाद उसके गिरोह की कमान नवल किशोर सिंह ने संभाल रखी थी। बैरिया बस स्टैंड से वह अपने भाई के बस का संचालन भी करा रहा था। इससे वह अपने प्रतिद्वंद्वियों के निशाने पर था।
खतरे का था आभास, नहीं इस्तेमाल करता था स्मार्ट फोन
नवल किशोर सिंह को खतरे का आभास था। उसका लोकेशन व गतिविधि किसी को पता नहीं चले इसलिए वह स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं करता था। वह वाट्सएप, फेसबुक व इंटरनेट मीडिया से दूर ही रहता था। वह अपने पैतृक आवास पर यदा-कदा ही जाता था। पारिवारिक समारोह में भी वह शायद ही भाग लेता था। खतरे से बचने के लिए अपने पैतृक गांव से दूर अहियापुर के सहबाजपुर लीची गाछी मोहल्ला में अपना घर बना कर रह रहा था। पिछले साल 31 दिसंबर को मोतिहारी में ठीकेदार रंंजीत सिंह की हत्या कर दी गई। इसकी जिम्मेदारी नवलसमर्थकों की ओर से लेने की बात कही गई थी।
भाई ने कहा एनी हाऊ मार देना चाहते थे बदमाश
नवल के बड़े भाई सत्यनारायण सिंह ने बताया कि बुधवार की सुबह एक शुभचिंतक ने मोबाइल पर काल किया। काल करने वाले ने पूछा कि नवल जी का क्या समाचार है। उनसे बात हुई है तो जबाव में उन्होंने कहा कि बात तो नहीं हुई है। आशंका हुई और पूछा क्या कोई खास बात है तो उन्हें कहा गया कि मुजफ्फरपुर में किसी से बात कर ले। जब उन्होंने बात की तो घटना का पता चला। बताया कि बदमाशों ने जिस तरह से नजदीक जाकर गोलियां बरसाई इससे साफ जाहिर होता है कि वे एनी हाऊ उसे मार देना चाह रहे थे।
तिहाड़ व मुजफ्फरपुर जेल से हत्याकांड का जुड़ सकता तार
नवल किशोर सिंह हत्याकांड का तार तिहाड़ व मुजफ्फरपुर जेल से जुड़ सकता है। श्रीनारायण सिंह हत्याकांड का आरोपित विकास झा उर्फ कालिया फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है। गैंगस्टर संतोष झा के साथ सीतामढ़ी कोर्ट में पेशी के दौरान उसकी भी हत्या का प्रयास किया गया था। इसमें वह बच गया। बाद में वह पुलिस जवानों की आंख में मिर्ची झोंक फरार हो गया। उसे दिल्ली के नांगलोई से बिहार एसटीएफ व दिल्ली पुलिस की विशेष सेल ने गिरफ्तार किया था। कहा जाता है कि संतोष झा की हत्या के बाद उसके स्वजनों ने बदला लेने की कसम खाई थी। विकास झा उर्फ कालिया ने इसे पूरा करने का बीड़ा उठाया था।
विधानसभा चुनाव से श्रीनारायण व पंचायत चुनाव से पहले नवल की हत्या
पिछले विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुखिया श्रीनारायण सिंह की हत्या कर दी गई। उसके लगभग आठ माह बाद बड़े भाई नवल किशोर सिंह की हत्या कर दी गई। यह हत्या तब हुई है जब अगले दो माह में पंचायत चुनाव होने वाली है। नवल की मां पंचायत की मुखिया है और भतीजा जिला पार्षद है।
बैरिया बस पड़ाव में बस संचालन को लेकर हुआ था गैगवार
बैरिया बस स्टैंड में दो फरवरी 2019 को बस संचालन व इंचार्जी को लेकर जमकर गोलीबारी हुई थी। बदमाशों ने बस इंचार्ज कुंदन सिंह को गोली मारकर हत्या कर दी। तब वहां मौजूद लोगों ने गोलीबारी कर रहे बदमाशों को खदेड़ा। दो बदमाश भाग चला लेकिन एक बस में जाकर छिप गया। बस के अंदर से वह अंधाधुंध फायङ्क्षरग करने लगा। इससे एक यात्री के पैर में गोली लगी। बाद में एसटीएफ ने मुठभेड़ में उसे मार गिराया। उसकी पहचान सीतामढ़ी जिला के परसौनी थाना के भवानीपुर के ओमप्रकाश यादव के पुत्र रोहित कुमार के रूप में हुई। इस मामले में पूर्व मुखिया श्रीनारायण सिंह के गिरोह से जुड़े बदमाशों की संलिप्तता की बात पुलिस के समक्ष आई।
शार्प शूटर की तलाश में जुटी पुलिस
नवल किशोर सिंह हत्याकांड के सीसी कैमरा फुटेज से पुलिस शार्प शूटर की तलाश कर रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस इसकी पहचान तक पहुंच गई है। एसएसपी जयंतकांत के नेतृत्व में नगर डीएसपी रामनरेश पासवान सीसी कैमरा फुटेज की जांच कर रहे हैं। सीसी कैमरे फुटेज में दिख रहा है कि शूटर बड़ी तेजी से उसके पास पहुंचता है। वहां पहुंचने में उसे 14 से 15 सेकंड ही लगता है। 44 वे से 61 वें सेकंड तक रुक-रुककर गोली चलाता है। इस दौरान बदमाश अपनी पिस्टल का दोनों मैगजीन खाली कर देता है। 65 वें सेकंड में बाइक पर पीछे बैठकर फरार हो जाता है।
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