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    1 लाख की घूस लेते पकड़े गए मत्स्य पालन पदाधिकारी, सब्सिडी की राशि देने के लिए कर रहे थे वसूली

    बेतिया में जिला मत्स्य पदाधिकारी पीयूष रंजन को निगरानी टीम ने एक लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। मत्स्य पालक मुराद अनवर से आरएएस टैंक के निर्माण के लिए सरकारी अनुदान की राशि में से रिश्वत की मांग की जा रही थी। धमकी देने पर मत्स्य पालक ने निगरानी में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद यह कार्रवाई हुई। निगरानी टीम उनसे सर्किट हाउस में पूछताछ कर रही है।

    By Sunil Kumar Edited By: Krishna Parihar Updated: Mon, 25 Aug 2025 03:56 PM (IST)
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    1 लाख की घूस लेते पकड़े गए मत्स्य पालन पदाधिकारी

    जागरण संवाददाता, बेतिया। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अनुदान की राशि से कमीशन मद में एक लाख रुपये रिश्वत लेते जिला मत्स्य पदाधिकारी पियूष रंजन कुमार को सोमवार की दोपहर 2:30 बजे पटना से आई निगरानी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी जिला मत्स्य विभाग के कार्यालय से हुई।

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    निगरानी की टीम ने रिश्वत के पांच-पांच सौ रुपये की दो गड्डी बरामद की है। वे बैरिया प्रखंड के पखनाहा निवासी मत्स्य पालक मुराद अनवर से रिश्वत ले रहे थे। सर्किट हाउस में दो घंटे की पूछताछ के बाद निगरानी की टीम जिला मत्स्य पदाधिकारी को अपने साथ लेकर पटना चली गई है।

    टीम का नेतृत्व कर रहे निगरानी के डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि मत्स्य पदाधिकारी पियूष रंजन के खिलाफ मुराद अनवर ने पटना में निगरानी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इसका सत्यापन कराया गया।

    सत्यापन के बाद धावा दल गठित कर मत्स्य पदाधिकारी को पकड़ा गया है। बताया जाता है कि मुराद अनवर की मां आयशा सिद्दीकी के नाम पर प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत मत्स्य पालन के लिए आरएएस टैंक (रीसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम) निर्माण के लिए 25 लाख रुपये स्वीकृत किया गया है।

    अधिकारी मांग रहे थे 10% घूस

    इस योजना में 10 लाख रुपये सरकारी अनुदान है। अनुदान की राशि मत्स्य पालक के बैंक खाते में आ गई है। निगरानी के डीएसपी ने बताया कि जिला मत्स्य पदाधिकारी पियूष रंजन अनुदान की राशि से दस प्रतिशत यानी एक लाख रुपये रिश्वत मांग रहे थे।

    लाभुक पर दबाव बना रहे थे कि रिश्वत नहीं देने पर मत्स्य पालन की अन्य योजना से वंचित करा देंगे। तब मत्स्य पालक ने इसकी शिकायत निगरानी से की थी। सत्यापन में मामला सत्य पाए जाने पर निगरानी की टीम सोमवार को कार्रवाई की।

    निगरानी की टीम टीम में डीएसपी पवन कुमार, डीएसपी सदानंद मिश्र, इंस्पेक्टर सिकंदर मंडल, सबइंस्पेक्टर ऋषिकेश सिंह, शशिकांत सिंह, जमादार विनोद सिंह आदि शामिल रहे।

    बता दे कि बीते 22 अगस्त को निगरानी की टीम ने जिले के शिकारपुर थाना में तैनात दारोगा प्रीति कुमारी व एक बिचौलिए नरकटियागंज के प्रकाश नगर निवासी अर्जुन सोनी को 12 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार की थी।

    दारोगा एक केस के आरोपित को राहत देने के नाम पर रिश्वत ले रही थी। तीन दिनों में जिले के दो पदाधिकारियों के निगरानी के हत्थे चढ़ने के बाद रिश्वतखोर पदाधिकारियों की बेचैनी बढ़ गई है।