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    मधुबनी में गैस सिलेंडर में रिसाव से घर में लगी आग, महिला समेत दो झुलसे

    By Dharmendra Kumar SinghEdited By:
    Updated: Mon, 25 Apr 2022 05:19 PM (IST)

    Madhubani News मधुबनी ज‍िले के सकरी थाना क्षेत्र के भवानीपुर पंचायत के वार्ड 10 में खाना बनाने के दौरान घटी घटना। अग्निशमन दस्ते ने घटनास्थल पर पहुंच आग पर पाया काबू पीएचसी में जख्मियों का चल रहा इलाज।

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    मधुबनी ज‍िले के पंडौल में अगलगी की घटना के बाद का दृृश्‍य। फोटो-जागरण

    मधुबनी (पंडौल), जासं। खाना बनाने के दौरान गैस सिलेंडर में रिसाव के कारण लगी आग में झुलस कर दो लोग घायल हो गए। घटना सकरी थाना क्षेत्र के भवानीपुर पंचायत के वार्ड 10 की है। जानकारी के मुताबिक, राजू कुमार झा की पत्नी भावना झा घर में खाना बना रही थी। घर के सामने बरामदे पर उनकी छह साल की बेटी रितिका झा खेल रही थी। खाना बनाने के दौरान गैस सिलेंडर में रिसाव के कारण अचानक सिलेंडर में आग लग गई और घर को चपेट में ले लिया। आग लगने के कारण भावना झा बुरी तरह घायल हो घर में गिर गई।

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    आग की लपटें इतनी तेज थी की उनकी ब'ची भी आग के बीच घिर गई। हल्ला सुन 60 वर्षीय महाशंकर झा ने आननफानन में दौड़ कर अपने जान की परवाह किए बिना आग की तेज लपटों के बीच घर में घुस मां-बेटी को बाहर निकाला। इस दौरान वे भी बुरी तरह झुलस गए। आग विकराल रूप धारण करने लगी। आसपास के लोग दौड़े और आग बुझाने में जुट गए। लोगों ने तत्काल घटना की सूचना सकरी थाना व अग्निशमन दस्ता को दी। सूचना मिलते ही अग्निशमन दस्ता की टीम मधुबनी से भवानीपुर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक घर में रखें कपड़े, अनाज सहित अन्य सामान जलकर नष्ट हो चुके थे। लोगों ने घायल भावना झा व महाशंकर झा को इलाज के लिए पंडौल पीएचसी पहुंचाया। जबकि, ब'ची का गांव में ही इलाज चल रहा है। घटना की सूचना अंचल अधिकारी नंदन कुमार को दी गई।

    सीओ नंदन कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही कर्मचारी को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है, ताकि समय रहते परिवार को सरकार की ओर से हरसंभव मदद की जा सके। इधर, घटना को लेकर भवानीपुर में लोगों में दहशत का माहौल है। गनीमत रही कि आग को फैलने से समय रहते रोक लिया गया, वरना पछुआ हवा के झोंकों से आग फैलती तो बड़ी त्रासदी हो सकती थी। पीडि़त राजू कुमार झा के पास रहने के लिए एक कमरे वाला यही एकमात्र खपरैल का घर था, जो आग में जल कर नष्ट हो गया है। वे अपने ब'चे और पत्नी के साथ उसी घर में रहते थे और उसी घर के एक हिस्से में खाना बनाते थे।