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    बीपीएससी शिक्षक बहाली के रोस्टर प्रभारी से स्पष्टीकरण, आरडीडीई ने 24 घंटे के अंदर मांगा जवाब

    By Ajit Kumar Edited By: Dharmendra Singh
    Updated: Fri, 19 Dec 2025 09:46 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर में बीपीएससी शिक्षक बहाली के रोस्टर प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। तिरहुत प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक राजदेव राम ने जिला शिक् ...और पढ़ें

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    इसमें प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर । तिरहुत प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक राजदेव राम ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के लिपिक जितेन्द्र कुमार सिंह से स्पष्टीकरण मांगा है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना संभाग के लिपिक से 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा गया है।

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    जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की सख्ती के बाद कर्मचारियों के सामूहिक स्थानांतरण की संचिका गुरुवार की शाम जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) ने क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक को भेजा गया था। साथ ही संचिका प्रभारी जितेंद्र कुमार के खिलाफ आरोप पत्र गठन व अनुशासनिक कार्रवाई करने का प्रस्ताव भी भेजा गया है। जिले के सभी शिक्षकों का प्रतिनियोजन पहले ही रद किया जा चुका है।

    क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने मामले की गंभीरता को देख संचिका प्रभारी से स्पष्टीकरण पूछा है। जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग के चतुर्थ चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-फोर) के रोस्टर में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय स्तर से लापरवाही हुई थी।

    जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा कार्यालय के लिपिक जितेन्द्र कुमार से रोस्टर कार्य की अद्यतन स्थिति के संबंध में पूछने पर संतोषजनक जानकारी नहीं दी। जिलाधिकारी ने लिपिक जितेन्द्र कुमार के खिलाफ आरोप पत्र गठित करते हुए अनुशासनिक कार्रवाई आदेश दिया था। जिलाधिकारी ने इन आदेशों का अनुपालन प्रतिवेदन भी जिला शिक्षा अधिकारी मांगा है।

    पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों की सुनीं समस्याएं

    मुजफ्फरपुर । वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने शुक्रवार को पुलिस केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान लाइन डे पर अनुरोध कक्ष एवं शास्तिका कक्ष में पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों की विभिन्न समस्याओं एवं मामलों को सुना गया।

    इसके बाद उनके समुचित व शीघ्र निराकरण के लिए संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए। साथ ही वरीय पुलिस अधीक्षक ने पुलिस केंद्र स्थित चलंत फारेंसिक वाहनों का निरीक्षण किया। उनमें उपलब्ध व्यवस्थाओं व सुविधाओं की जानकारी ली। इसके बाद संबंधित को कई बिंदुओं पर आवश्यक निर्देश दिए गए।