दफ्तर में नहीं थे परीक्षा नियंत्रक, छात्रों ने जड़ दिए ताले
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में अधिकारियों की कार्यशैली से छात्र-छात्राएं काफी नाराज हैं। ...और पढ़ें

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में अधिकारियों की कार्यशैली से छात्र-छात्राएं काफी नाराज हैं। शुक्रवार को एकबार फिर परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओपी रमण के कार्यालय में छात्रों ने ताले जड़ दिए। कॉलेजों से लेकर विश्वविद्यालय तक विभिन्न कक्षाओं की परीक्षाएं चल रही हैं। इस दरम्यान छात्र-छात्राओं को अपनी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए भटकना पड़ रहा है। लेकिन, अधिकारी ढूंढे़ नहीं मिल रहे हैं। शुक्रवार को भी अधिकारियों के बिना विश्वविद्यालय खाली रहा। पता चला कि कुलपति डॉ. अमरेंद्र नारायण यादव मुख्यालय से बाहर हैं। जबकि, रजिस्ट्रार डॉ. विवेकानंद शुक्ला बीमार हैं। शुक्रवार को दोपहर दो बजे सीसीडीसी डॉ. विजय कुमार भी चैंबर में नहीं थे। इधर, परीक्षा नियंत्रक का चैंबर तो खुला था, मगर वे खुद नहीं थे। इससे नाराज छात्रों ने विश्वविद्यालय अध्यक्ष बसंत कुमार उर्फ सिद्धू से शिकायत की। विश्वविद्यालय अध्यक्ष मौके पर पहुंचे और बाहर से ताला मंगवाकर चैंबर में जड़ दिया। इससे पहले भी दो बार उनके चैंबर में ताला जड़ा जा चुका है। तालाबंदी सुनकर दौड़े आए परीक्षा नियंत्रक
अपने चैंबर में तालाबंदी की सूचना पाकर परीक्षा नियंत्रक दौड़े-भागे आए। ताला लगा देख स्टाफ कक्ष में बैठकर काम में लग गए। बाद में विश्वविद्यालय अध्यक्ष को फोन कर बुलाया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में ही थे, मगर किसी कार्यवश दूसरे सेक्शन में चले गए थे। हालांकि, छात्रों का कहना था कि परीक्षा नियंत्रक के इंतजार के बाद कुलपति व रजिस्ट्रार से मिलने गए तो वे लोग भी दफ्तर में नहीं मिले। उनके दफ्तर पहले से ही बंद थे। लिहाजा, परीक्षा नियंत्रक का दफ्तर खुला देख उसमें ताले जड़ दिए। विश्वविद्यालय अध्यक्ष ने कहा कि उनके पहुंचने पर ताला खोल दिया गया। लेकिन, यह भी बता दिया गया कि यही रवैया तो अनिश्चितकालीन बंदी की जाएगी।

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