'मिट्टी स्वस्थ होगी तो किसान भी होगा मजबूत' विश्व मृदा दिवस पर संरक्षण पर बल
विश्व मृदा दिवस पर मिट्टी के संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला गया। स्वस्थ मिट्टी से किसानों को मजबूती मिलेगी और कृषि उत्पादन बढ़ेगा। मृदा संरक्षण के लि ...और पढ़ें

विश्व मृदा दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। जागरण
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News: विश्व मृदा दिवस के अवसर पर जिले में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मिट्टी एवं पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर बल दिया गया।
किसानों को हर खेत की मिट्टी का नमूना जांच कराने तथा मिट्टी को रोगमुक्त और उर्वर बनाए रखने का संकल्प दिलाया गया। जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार ने कहा कि मृदा हमारे जीवन, कृषि, पर्यावरण और विकास की आधारशिला है।
मिट्टी स्वस्थ होगी तो किसान मजबूत होगा और राष्ट्र भी प्रगति करेगा। उन्होंने कहा कि तेज़ी से घटती मिट्टी की उपजाऊ क्षमता, रासायनिक दवाओं का अत्यधिक उपयोग और पर्यावरणीय परिवर्तन गंभीर खतरा बनते जा रहे हैं।
इन चुनौतियों से निपटने के लिए जैविक खाद, हरी खाद, फसल चक्र, अवशेष प्रबंधन और वैज्ञानिक कृषि पद्धतियों को अपनाना आवश्यक है। उन्होंने चेताया कि यदि अभी जागरूकता नहीं बढ़ी तो आने वाली पीढ़ियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
जलवायु परिवर्तन, भूमि क्षरण और रासायनिक निर्भरता मिट्टी को लगातार कमजोर कर रहे हैं। इसलिए मृदा संरक्षण केवल किसानों की ही नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
गोष्ठी में किसान मास्टर ट्रेनर लगनदेव राय, किसान अभिषेक रंजन, केशव, डा. शंकर रमन और प्रगतिशील किसान गोपाल शंकर शाही सहित अन्य वक्ताओं ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में कृषि सखियों को भाषण प्रतियोगिता के आधार पर सम्मानित किया गया।
मौके पर सहायक निदेशक रसायन कुणाल सिंह, जिला उद्यान पदाधिकारी आभा कुमारी, जिला कृषि अभियंत्रण पदाधिकारी अजीत कुमार और आत्मा के उपनिदेशक बिनोद सिंह उपस्थित रहे।

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