FREE में पांच वर्ष तक के लिए कारगर गर्भनिरोधक विकल्प उपलब्ध, माडल अस्पताल व एसकेएमसीएच में यह सुविधा जल्द
इस बारे में एसीएमओ डा.सीएस प्रसाद ने बताया कि इंप्लांट गर्भनिरोधक रोपण विधि में एक छोटी लचीली प्लास्टिक की छड़ को महिला की ऊपरी बांह की त्वचा के नीचे प्रत्यारोपित किया जाता है। यह तरीका दो बच्चों के बीच अंतराल रखने और अनचाहे गर्भ से बचाव के लिए उपयोगी है। यह सुरक्षित प्रभावी और स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से निशशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। गर्भनिरोधक टिकिया और कापर-टी के बाद नव विकसित रोपण गर्भनिरोधक विधि (सबडर्मल गर्भनिरोधक रोपण एकल छड़) का औपचारिक शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर श्रीकृष्ण मेडिकल कालेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) की महिला विभागाध्यक्ष एचओडी डा. प्रतिमा कुमारी के नेतृत्व में छह महिलाओं को यह सुविधा प्रदान की गई। यह सुविधा आने वाले दिन में सदर अस्पताल के साथ एसकेएमसीएच में उपलब्ध होगा।
इस तरह नई विधि से होता इंप्लांट
एसीएमओ डा.सीएस प्रसाद ने बताया कि सबडर्मल कांट्रसेप्टिव इंप्लांट गर्भनिरोधक रोपण विधि में एक छोटी, लचीली प्लास्टिक की छड़ को महिला की ऊपरी बांह की त्वचा के नीचे प्रत्यारोपित किया जाता है। यह छड़ धीरे-धीरे गर्भनिरोधक हार्मोन छोड़ती है, जो तीन से पांच वर्षों तक गर्भधारण को रोकने में कारगर होता है।
यह तरीका विशेष रूप से दो बच्चों के बीच अंतराल रखने और अनचाहे गर्भ से बचाव के लिए उपयोगी है। यह विधि पूरी तरह से सुरक्षित, प्रभावी और स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से निशशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। महिला स्वास्थ्य को सशक्त बनाने की दिशा में यह पहल जिले में परिवार नियोजन को एक नई गति देगी।
सिविल सर्जन डा.अजय कुमार ने पात्र लाभार्थियों से आग्रह किया गया कि वे आगे आकर इस सेवा का लाभ लें। विश्व जनसंख्या दिवस पखवारा के तहत आयोजित परिवार नियोजन मेला में छाया, माला-एन, गर्भनिरोधक गोलियां (अपील्स), अंतरा इंजेक्शन जैसी अस्थायी गर्भनिरोधक सामग्रियों का वितरण किया गया। इसके साथ ही कापर-टी एवं स्थायी नसबंदी विधियों के इच्छुक लाभार्थियों का पंजीकरण किया गया।
इस मौके पर एसीएमओ डा. सीएस प्रसाद, जिला कार्यक्रम प्रबंधक रेहान अशरफ, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. एसके पाण्डेय, जिला वित्त प्रबंधक बिनोद कुमार, राजकिरण, पीएसआई के जिला प्रतिनिधि आदि शामिल रहे। इससे पहले जागरूकता के लिए रैली निकाली गई।
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