Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सरकारी शिक्षकों को दशहरा-दीपावली से पहले मिल सकती खुशखबरी, 40,000 मास्टर जी के लिए शिक्षा विभाग ने की पहल

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 01:43 PM (IST)

    Bihar News विभिन्न स्कूलों में कार्यरत प्रधानाध्यापक प्रधान शिक्षक और टीआरई 3 के तहत नियुक्त करीब 40000 शिक्षकों को भुगतान नहीं मिल पा रहा है। इसमें मुजफ्फरपुर के करीब 1300 शिक्षक हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह तकनीकी नियुक्ति प्रक्रिया का पूरा नहीं होना है। इस परेशानी को दूर करने की दिशा में शिक्षा विभाग की ओर से पहल की गई है।

    Hero Image
    यह तस्वीर जागरण आर्काइव से ली गई है।

    डिजिटल डेस्क, मुजफ्फरपुर। विभिन्न सरकारी स्कूलों में कार्यरत करीब 40,000 शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। दशहरा, दिवाली और छठ से ठीक पहले उनको वेतन भुगतान कराने के लिए शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। इसका लाभ मुजफ्फरपुर के करीब 1300 शिक्षकों को भी मिलेगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ज्वाइनिंग के बाद भी भुगतान नहीं

    सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) को जारी पत्र में शिक्षा विभाग के सचिव दिनेश कुमार ने कहा है कि नियोजित शिक्षक, विशिष्ट शिक्षक, प्राथमिक विद्यालय में नियुक्त प्रधान शिक्षक एवं उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय, नव स्थापित उच्च माध्यमिक विद्यालय में नियुक्त प्रधानाध्यापकों के योगदान देने के बाद भी उन्हें अब तक भुगतान नहीं हो पा रहा है।

    अधिकांश के पास पहले से प्रान

    जारी पत्र में कहा गया है कि नवनियुक्त प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक में से अधिकांश को पूर्व में ही PRAN आवंटित है। कुछ का HRMS पोर्टल पर ऑन बोर्डिंग भी है। ऐसे प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षकों का भुगतान आरंभ कराने में विशेष परेशानी नहीं होगी।

    संबंधित जिले में करना होगा एक्टिव

    इसके लिए एचआरएमएस पोर्टल पर कन्वर्जन मॉड्यूल में जाकर पहले इनएक्टिव करना होगा। उसके बाद नए पद पर योगदान से संबंधित सूचना को अपडेट करते हुए इसी मॉडल में जाकर नई पदस्थापना वाले जिले में उसे एक्टिव कर देना होगा। इस प्रक्रिया को पूर्ण करते ही भुगतान की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

    एक सप्ताह का दिया समय

    कुछ ऐसे शिक्षक भी हैं जो पूर्व में नियोजित थे और अब प्रधान शिक्षक या प्रधानाध्यापक बने हैं। उनका पहले PRAN जेनरेट करना होगा उसके बाद एचआरएमएस पोर्टल… पर आन बोर्डिंग की प्रक्रिया होगी। सचिव ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और डीपीओ स्थापना को एक सप्ताह के अंदर-अंदर इस प्रक्रिया को पूर्ण करते हुए भुगतान शुरू कराने का आदेश दिया है।

    जिले के 1300 शिक्षक

    विभाग की ओर से इस तरह का आदेश जारी होने के बाद टीआरई-3 के तहत विभिन्न जिलों में कक्षा एक से 12वीं तक के 6000 शिक्षकों, लगभग 5000 प्रधानाध्यापक और 29000 प्रधान शिक्षकों ने राहत की सांस ली है। इनमें से करीब 1300 शिक्षक मुजफ्फरपुर जिले के भी हैं।

    तकनीकी प्रक्रिया अपूर्ण होने से परेशानी

    ऐसे शिक्षकों के वेतन भुगतान नहीं होने के पीछे नियुक्ति की तकनीकी प्रक्रिया पूरी नहीं होने की बात कही जा रही थी। कहा जा रहा था कि संबंधित शिक्षकों के शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों के साथ बीपीएससी चयन से संबंधित कागजात, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता आदि कागजात ई शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड नहीं किए गए हैं।

    डाटा मिसमैच की समस्या

    इसकी प्रक्रिया पूरी कराने की जिम्मेदारी जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय की होती है, लेकिन सही मानीटरिंग नहीं होने की वजह से ऐसा अभी तक संभव नहीं हो सका है। इसी तरह से जन्म तिथि और मोबाइल नंबर मिसमैच होने के कारण एचआरएमएस पोर्टल पर आन बोर्डिंग की प्रक्रिया पूरी नहीं हो रही है।

    शिक्षक संघ सक्रिय

    इस बाबत परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रमंडलीय संगठन प्रभारी लखन लाल निषाद ने कहा कि मुजफ्फरपुर के भी करीब 1300 शिक्षकों को वेतन भुगतान नहीं हो रहा है। संगठन ने भुगतान में आ रही तकनीकी बाधाओं को दूर करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी से बात की है।

    आपरेटर की कमी से भी परेशानी

    कागजात की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। हालांकि कंप्यूटर ऑपरेटर की कमी की वजह से भी परेशानी हो रही है। सही मनीटरिंग नहीं होने की वजह से भी अपेक्षित परिणाम नहीं निकल रहे। बावजूद कोशिश है कि त्योहार से पहले भुगतान की परेशानी को दूर करवा लिया जाए।