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    मुजफ्फरपुर के पीएनबी ग्राहकों के खाते से करोड़ों के साइबर फ्राड में हवाला कारोबारियों पर ईडी का शिकंजा

    By Ajit KumarEdited By:
    Updated: Sat, 21 May 2022 08:08 AM (IST)

    पटना दफ्तर से नगर थाना पहुंची ईडी की टीम थानाध्यक्ष व केस के जांच अधिकारी से मिलकर मांगी अपडेट रिपोर्ट। गोबरसही शाखा के कर्मी समेत छह आरोपितों को गिरफ्तार कर भेजा जा चुका जेल। ठोस साक्ष्य के साथ दाखिल की जा चुकी है चार्जशीट चलाया जाएगा स्पीडी ट्रायल।

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    ईडी की टीम जानकारी जुटाकर हवाला कारोबारियों पर नकेल कसेगी। प्रतीकात्मक फोटो

    मुजफ्फरपुर, जासं। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के कई ग्राहकों से पांच करोड़ रुपये से अधिक के साइबर फ्राड मामले में हवाला कारोबारियों पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है। शुक्रवार को पटना दफ्तर से ईडी की टीम नगर थाने पहुंची। केस के जांच अधिकारी ओमप्रकाश व थानाध्यक्ष अनिल कुमार से मिलकर कई बिंदुओं पर जानकारी ली। इसके साथ एक पत्र दिया, जिसमें अबतक की कार्रवाई की अपडेट रिपोर्ट देने को कहा है। बता दें कि पूर्व में भी ईडी की ओर से कई बार रिपोर्ट ली जा चुकी है। सनद रहे कि उक्त केस को ईडी की टीम भी अपने स्तर से जांच कर रही है। मामले में पुलिस की तरफ से हवाला कारोबारियों पर कार्रवाई नहीं की जा सकी है। कहा जा रहा कि ईडी की टीम जानकारी जुटाकर हवाला कारोबारियों पर नकेल कसेगी। 

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    मालूम हो कि पिछले साल पीएनबी से करोड़ों के साइबर फ्राड का मामला तब सामने आया था, जब बीएसएनएल के रिटायर्ड कर्मचारी रामदेव राम के बैंक खाते से जून 2021 में चार बार में पांच-पांच लाख की निकासी कर ली गई थी। अगले दिन भी दो लाख 40 हजार की निकासी की गई। इस तरह से उनके खाते से 22 लाख 40 हजार उड़ाए गए। पीडि़त ने नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने इसकी जांच शुरू की। इसी में बैंक खाते से राशि उड़ाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया। जांच में पता चला कि गोबरसही पीएनबी शाखा में तैनात कर्मी नीतेश कुमार स‍िंह  ग्राहकों का डिटेल्स निकालकर गिरोह के अपराधियों तक पहुंचाता है। इसके बाद साइबर फ्राड हाई टेक्नोलाजी का इस्तेमाल कर ग्राहक के मोबाइल का नेटवर्क गायब कर देते थे। फिर बैंक में दिए गए कागजात की छायाप्रति लेकर उनके ही नाम से दूसरा सिम निकालकर पोर्ट करा लिया जाता था। इसके बाद बैंक के मोबाइल एप के जरिए खाता स्थानांतरित करने का खेल चलता था। राशि हवाला कारोबारियों के खाते में डाल दी जाती थी। जांच के दौरान ही दामूचक की महिला प्रोफेसर समेत कई और ग्राहकों के खाते से मोटी रकम निकासी का पता चला। मामले में पुलिस बैंककर्मी नीतेश कुमार सिंह समेत छह आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इन सभी आरोपितों पर पुलिस की तरफ से ठोस साक्ष्य के साथ चार्जशीट भी दाखिल की जा चुकी है। अब पुलिस इस मामले में स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाने की कवायद में जुटी है।