डुमरा-परसौनी बाईपास रेल लाइन से उत्तर बिहार के लोगों की चमकेगी किस्मत, दोहरीकरण पर खर्च होंगे 635.39 करोड़
मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रेलखंड पर डुमरा-परसौनी बाईपास रेल लाइन बनने से उत्तर बिहार के लोगों और रेलवे को फायदा होगा। सात किलोमीटर की इस लाइन से सीतामढ़ी स्टेशन पर ट्रेनों की भीड़ कम होगी जिससे समय का पालन होगा। मालगाड़ियां सीधे दरभंगा की ओर निकल जाएंगी जिससे सीतामढ़ी स्टेशन पर ट्रेनों का दबाव कम होगा।

गोपाल तिवारी, मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रेलखंड पर डुमरा-परसौनी बाईपास रेल लाइन बनाने का प्रस्ताव बनाया गया है। इसके बनने से उत्तर बिहार के यात्रियों के साथ रेलवे को भी फायदा होगा। सीतामढ़ी स्टेशन पर ट्रेनों के बंचिग की समस्या दूर होगी। इससे ट्रेनों के परिचालन में सुधार के साथ ट्रेनों के समय पालन में मदद मिलेगी।
पूर्व मध्य रेल के चीफ ट्रांसपोर्ट प्लानिंग मैनेजर (सीटीपीएम) के आदेश पर सर्वे शुरू हो गया है। समस्तीपुर रेलमंडल के सुपरवाइजर स्तर के रेल अधिकारियों की एक टीम संयुक्त रूप से सर्वे कर रही है। यह बायपास लाइन सात किलोमीटर की होगी।
मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के परिचालन पर असर
सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म कम है और मालगाड़ियाें के वहां से घूम कर जाने पर अन्य मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ रहा है। इसके बनने से सीतामढ़ी स्टेशन के लिए बरदान साबित होगा।
दरभंगा, न्यूजलपाइगुड़ी की तरफ जाने वाली मालगाड़ियां डूमरा से सीधी परसौनी होते दरभंगा की ओर निकल जाएगी। अभी सभी ट्रेनों को सीतामढ़ी जाकर ही दरभंगा या रक्सौल की तरफ जाती है। इंजन चेंज करने में भी समय लगता है। अब बायपास से परसौनी स्टेशन, बाजपट्टी स्टेशन, जनकपुर रोड होते दरभंगा की तरफ निकल जाएगी।
अधिकारियों ने इसका नक्शा भी तैयार कर लिया गया गया है। सर्वे रिपोर्ट के बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके बनने से मालगाड़ियों के बायपास से सीधे निकल जाने से सीतामढ़ी स्टेशन पर मेल-एक्सप्रेस गाड़ियों का दबाव कम होगा। इससे परिचालन सही होने पर यात्री सही समय से अपने गणतव्य स्थानों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।
मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी में इतने स्टेशन
मुजफ्फरपुर, जुब्बा सहनी स्टेशन, ताराजीवर, परमजीवर, रुन्नीसैदपुर, गड़हा, डूमरा, भीसा हाल्ट, सीतामढ़ी।
दोहरीकरण पर खर्च होंगे 635.39 करोड़
पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर मंडल ने मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रेलखंड का टेंडर जारी कर दिया गया है। इस रेल खंड पर 58.740 किलोमीटर दोहरीकरण कार्य होना है। इस कार्य के लिए अनुमानित लागत 635.39 करोड़ है। इसके बनने से रामायण, बुद्ध और शिव सर्किट मजबूत होगी।
सीतामढ़ी दोहरीकरण होने से मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी के बीच रेल यात्रा सुगम होगी। समय की बचत के साथ ट्रेनों का परिचालन और अधिक सुगम होगा। इसमें मिट्टी का कार्य, ब्लैकेंटिंग, छोटे पुलों का निर्माण, स्टेशन एवं अन्य भवन, प्लेटफार्म के कार्य को शामिल किया गया है।
साथ ही लेवल क्रासिंग एवं रेल के अन्य निर्माण कार्य शामिल हैं। बता दें कि कुछ दिनों पहले डबल लाइन का सर्वे किया गया। इसमें रेलवे के बहुत सारे सुपरवाइजर के साथ अंचलाधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।
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