Muzaffarpur News: जर्जर भवन में पढ़ाई को मजबूर छात्राएं, खतरे के साए में एएनएम स्कूल
मुजफ्फरपुर के एएनएम स्कूल की छात्राएं जर्जर भवन में रहने और पढ़ने को मजबूर हैं। छतें और दीवारें कमजोर हो चुकी हैं जिससे हादसे का डर बना रहता है। अधिकारियों के निर्देशों के बावजूद छात्राओं के लिए अभी तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है जिससे भय का माहौल है। उन्हें सदर अस्पताल के विश्राम सदन में शिफ्ट करने की योजना भी अधूरी है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur ANM school : एएनएम स्कूल की छात्राएं जान जोखिम में डालकर जर्जर भवन में पढ़ाई कर रही हैं। स्कूल का भवन इतना कमजोर हो चुका है कि कभी बड़ा हादसा हो सकता है। छतों में दरारें पड़ी हैं। दीवारें कमजोर हो चुकी हैं और बारिश के समय पानी टपकता है।
प्लास्टर टूटकर कई बार गिर चुका है। इसके बाद भी छात्राएं उसी भवन में न सिर्फ रह रही हैं, बल्कि पढ़ाई भी कर रही हैं। स्कूल के छात्रावास में फिलहाल 144 छात्राएं रह रही हैं। पूरे परिसर की छतें जर्जर हो चुकी हैं। कक्षाओं के ऊपर की छत से कब प्लास्टर टूटकर गिर जाए, कोई कह नहीं सकता। छात्राएं भय के माहौल में हैं, लेकिन अब तक उन्हें कोई विकल्प नहीं मिला है।
क्षेत्रीय अपर निदेशक ने निरीक्षण के दौरान स्थिति पर चिंता जताई थी और वैकल्पिक व्यवस्था जल्द करने का निर्देश भी दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इस बीच 16 जून को विभागीय निदेशक प्रमुख ने भी कहा था कि इतने जर्जर भवन में पठन-पाठन संभव नहीं है।
उनके निर्देश के 26 दिन बीत जाने के बाद भी हालात जस के तस हैं। छात्राओं को अस्थायी रूप से सदर अस्पताल परिसर स्थित विश्राम सदन में शिफ्ट करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन वहां शौचालय की सुविधा नहीं होने से उसे भी अमल में नहीं लाया जा सका।
भवन की स्थिति की जानकारी वरीय अधिकारियों को दी जा चुकी है। नए भवन निर्माण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। छात्रावास के लिए वैकल्पिक स्थल की तलाश जारी है। जैसे ही स्थान तय होगा छात्राओं को वहां स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
प्रमोद शर्मा, प्राचार्य, एएनएम स्कूल
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