मुजफ्फरपुर : स्टोर में एंटी रेबीज इंजेक्शन था, फिर 150 मरीजों को क्यों लौटाया गया?
मुजफ्फरपुर के माडल अस्पताल में एंटी-रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध होने के बावजूद लगभग 150 मरीज बिना इलाज के लौट गए। मरीजों ने हंगामा किया। कुढ़नी से आए मोहन द ...और पढ़ें

माडल अस्पताल में कर्मियों से पूछताछ करते अधीक्षक डा.बीएस झा। जागरण
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर । माडल अस्पताल के स्टोर में एंटी-रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध रहने के बाद भी करीब 150 मरीज बिना इलाज के लौट गए। नाराज मरीजों ने दूसरी पाली में हंगामा किया, जिससे कुछ देर अफरातफरी मची रही।
कुढ़नी से आए मोहन दास ने बताया वह दो दिनों से अस्पताल आ रहे हैं। सुबह की पाली में शाम को आने को कहा गया। शाम में बताया गया कि एंटी-रेबीज वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इसी तरह बैरिया की रोशन आरा व ब्रह्मपुरा के बुलबुल मियां ने बताया दवा नहीं मिलने पर उन्हें एसकेएमसीएच जाने की सलाह दी गई।
नाराज मरीजों ने सिविल सर्जन डा.अजय कुमार से शिकायत की। इसपर सीएस ने सदर अस्पताल के अधीक्षक को इसकी जानकारी दी। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह नाराज मरीजों को समझाकर शांत कराया।
शिकायत मिलने के बाद अधीक्षक डा.बीएस झा माडल अस्पताल पहुंचे और जांच की। इसमें सामने आया कि एंटी-रेबीज दवा स्टोर में उपलब्ध थी, लेकिन डाटा आपरेटर ने बताया कि आनलाइन इंट्री नहीं होने से दवा का वितरण नहीं हो पा रहा था।
इस पर अधीक्षक ने नाराजगी जताते हुए फटकार लगाई और निर्देश दिया कि आनलाइन इंट्री में परेशानी होने पर रजिस्टर में रिसीव दिखाकर मरीजों को दवा दी जाए। अधीक्षक ने प्रबंधक से मोबाइल पर बात कर कहा कि दवा उपलब्ध रहने के बाद भी मरीजों का लौटना गंभीर लापरवाही है।
उन्होंने निर्देश दिया कि मंगलवार से हर हाल में एंटी-रेबीज इंजेक्शन मरीजों को उपलब्ध कराया जाए। इस दौरान सिकंदरपुर की पंचिया देवी ने शिकायत की कि उन्हें बिल्ली ने काट लिया है, लेकिन इंजेक्शन नहीं मिला। अधीक्षक ने उन्हें तुरंत इमरजेंसी भेजकर इलाज कराया।
अधीक्षक ने हिदायत दी कि दवा उपलब्ध रहने की स्थिति में किसी भी मरीज को लौटाया नहीं जाए। दोबारा मामला सामने आने पर विभागीय एक्शन होगा।

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