West Champaran : दो परिवारों का बुझ गया इकलौता चिराग, चिमनी मालिक के खिलाफ लोगों में गुस्सा
West Champaran घटना के बाद आक्रोशित लोग चिमनी संचालक को बुलाने पर अड़े रहे काफी मशक्कत के बाद अंत्यपरीक्षण में भेजा गया शव ग्रामीणों ने कहा- अब तक उस गड्ढे में जा चुकी है छह लोगों की जान

पश्चिम चंपारण, जासं। मटियरिया थाना के हरदी बेलहवा गांव से करीब पांच सौ मीटर दूर ईट भ_ा के एक गड्ढे में डूबने से चार बच्चों की मौत से ना केवल उनके स्वजन बल्कि पूरे गांव में कोहराम मच गया। लोगों में ईट भ_ा संचालक के प्रति गुस्सा रहा और लोग संचालक को गांव में बुलाने की मांग पर अड़े रहे। ईट भ_ा परिसर अवस्थित गड्ढा में जिन चार बच्चों की मौत हुई उनमें प्रह्लाद महतो और दिनेश यादव के घर का इकलौता चिराग ही बुझ गया। मृत बच्चों के घरों में मातम पसरा हुआ है। घर के लोग दहाड़ मारकर रोते चिल्लाते रहे। कभी होश में आते तो उनका रोना चिल्लाना शुरू हो जाता। मनोज महतो तथा जितेंद्र महतो के एक एक संतान सदा के लिए उनसे बिछड़ गए। घटना को लेकर ग्रामीणों में दूसरे दिन भी आक्रोश रहा। चिमनी मालिक सुनील कुमार अथवा उनके भाई अजय कुमार को बुलाने पर अड़े हुए थे। ग्रामीण संजय कुमार यादव, उपेंद्र कुमार यादव, मंजीत कुमार यादव, बाबूलाल यादव, अनिल कुमार, राजा राम महतो, कृष्णा नंदन महतो ने बताया कि चिमनी का सिपाही झोटील यादव खेलते हुए बच्चों को खदेडऩे लगे, भागने के क्रम में गड्ढे में गिरे और उनकी मौत हो गई है। जबकि कुछ मजदूरों का कहना था कि चारों बच्चे गड्ढे में नहा रहे थे। जिस वजह वे गड्ढे में डूब गए। पुलिस प्रशासन बच्चों के शव को अंत्यपरीक्षण में भेजने के लिए दूसरेे दिन दोपहर तक प्रयास में लगा रहा। लोगों के आक्रोश को देखते हुए मटियरिया, गौनाहा, सहोदरा, शिकारपुर, इनरवा, साठी सहित आधे दर्जन थाने की पुलिस तैनात रही। डीसीएलआर अजय कुमार ङ्क्षसह, एसडीपीओ कुंदन कुमार, इंस्पेक्टर रामाश्रय यादव, सीओ अमित कुमार द्वारा उन्हें घंटो समझाने का प्रयास किया। तत्पश्चात शव को अंतपरीक्षण के लिए भेजा जा सका। लोगों का कहना है कि इनमें मृत तीन बच्चों के पिता मनोज महतो, प्रहलाद महतो व जितेंद्र महतो दूसरे प्रदेश में मजदूरी करने गए हैैं। आज किसी समय पहुंचेंगे तो आने के बाद बच्चों का अंतिम दाह संस्कार किया जाएगा। इनमें दो बच्चों के पिता प्रहलाद महतो व मनोज महतो सगे भाई हैं। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुंदन कुमार का कहना है कि मृत बच्चों के स्वजन कार्रवाई के लिए आवेदन दे रहे हैं। इसके साथ ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
चिमनी परिसर में हो चुकी है छह लोगों की मौत
ग्रामीणों ने बताया कि अब तक ईट उद्योग परिसर में छह लोगों की मौत हो चुकी है। ग्रामीण कृष्णनंदन महतो, अनिल कुमार, दिनेश यादव, राजाराम महतो, बाबूलाल यादव ने बताया कि इस वर्ष होली के समय 29 अप्रैल को इसी गड्ढे में डूबकर चिमनी के एक मजदूर के लड़के की मौत हो गई। इसके पूर्व भी मिस्त्री की मौत हो चुकी है। दोनों मामले को आपसी समझौता से रफा-दफा कर दिया गया। फिर गांव के चार बच्चों की मौत उस गड्ढे में डूबकर हो गई। मृत आदित्य कुमार, ङ्क्षप्रस कुमार, गोङ्क्षवदा कुमार गांव की प्राथमिक विद्यालय में प्रारंभिक कक्षा में पढ़ रहे थे। जबकि कार्तिक कुमार इनसे कम उम्र का था। सभी मृत बच्चे चार से सात वर्ष के बताए गए हैं।

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