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    नहीं रहे शिक्षाविद् रविनंदन सहाय, शोक की लहर

    स्वतंत्रता सेनानी श्यामनंदन सहाय के पौत्र रविनंदन सहाय उर्फ अमर बाबू के निधन से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है।

    By JagranEdited By: Updated: Thu, 25 Feb 2021 01:49 AM (IST)
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    नहीं रहे शिक्षाविद् रविनंदन सहाय, शोक की लहर

    मुजफ्फरपुर : स्वतंत्रता सेनानी श्यामनंदन सहाय के पौत्र रविनंदन सहाय उर्फ अमर बाबू के निधन से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद समेत कई विधायक पटना स्थित अस्पताल पहुंचे और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उनका जन्म मुजफ्फरपुर के छाता चौक स्थित सहाय निवास में तीन अगस्त 1942 को हुआ था। वे कई संस्थानों में अध्यक्ष समेत बड़े पदों को सुशोभित करते रहे। वर्तमान में वे तिरहुत शारीरिक शिक्षण महाविद्यालय, श्याम नंदन सहाय महाविद्यालय, केएन सहाय इंस्टीट्यूट ऑफ इनवायरोमेंट एंड अर्बन डेवलपमेंट, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, एसोसिएट पिगमेंट लिमिटेड, सहाय प्रॉपर्टीज एवं इन्वेस्टमेंट के अध्यक्ष थे। इसके साथ ही द हंगर प्रोजेक्ट न्यूयॉर्क के बिहार परिषद के पूर्व अध्यक्ष, अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद बिहार के महासचिव, इंडिया-चाइना सोसायटी बिहार के उपाध्यक्ष, एग्रीकल्चर सेल बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष, ओइसका इंडिया (जापान) बिहार के कोषाध्यक्ष, मानवाधिकार संघ बिहार के सदस्य, बिहार उद्योग संघ के पूर्व कार्यपालक सदस्य, भारत पुनर्वास केंद्र दिल्ली के सदस्य, बांकीपुर एवं पटना गोल्फ क्लब के सदस्य के रूप में सुशोभित किया। यह जानकारी उनके करीबी रहे अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश सचिव मनीष कुमार ने दी। बताया कि गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर प्रात: 7.30 बजे पटना से बाघी दरबार लाया जाएगा। यहां से श्याम नंदन सहाय महाविद्यालय, सहाय भवन, चित्रगुप्त मंदिर छाता चौक, तिरहुत शारीरिक शिक्षण महाविद्यालय से होकर दाह संस्कार के लिए पहलेजा ले जाया जाएगा।

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    निधन पर जगह-जगह शोकसभा :

    रविनंदन सहाय के निधन पर जिले में कई जगहों पर शोकसभा का आयोजन किया गया। पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि अमर बाबू का निधन समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। इनका पूरा जीवन सामाजिक गतिविधियों एवं समाज के निर्धन तबके को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए समर्पित रहा। पूर्व मंत्री सह विधानपार्षद देवेश चंद्र ठाकुर ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। शोक व्यक्त करने वालों में डॉ.रविशंकर चैनपुरी, अमित प्रकाश श्रीवास्तव, सुबाला वर्मा, जानकी श्रीवास्तव, पूनम वर्मा, राकेश वर्मा, गार्गी श्रीवास्तव, नीरज श्रीवास्तव, यदुवीर श्रीवास्तव, कोमल श्रीवास्तव, संगीता वर्मा, डॉ.प्रेम शरण, जीतेश कुमार, अमितेश कुमार, सज्जन श्रीवास्तव, कैप्टन राजीव कुमार, अमित प्रकाश श्रीवास्तव आदि शामिल हैं।