गजब है भाई, न इंटरनेट बैंकिंग चालू किया न मोबाइल एप डाउनलोड किया फिर भी खाते डेढ़ लाख उड़ा लिया
Bihar Cyber fraud बैंक खाते में दिए गए मोबाइल नंबर चार वर्षों से था बंद इसके कारण निकासी का नहीं चला पता। कारोबारी दंपती ने कहा कि कभी भी आनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं किया। न ही मोबाइल एप का प्रयोग करते हैं। बावजूद उनके साथ इस तरह की घटना हुई।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। साइबर फ्राड गिरोह के बदमाशों ने जवाहरलाल रोड निवासी कपड़ा कारोबारी की पत्नी के बैंक खाते से तीन दिनों में आठ बार में 1.54 लाख रुपये उड़ा लिए। मामले में रूपा देवी मोदी ने नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसमें साइबर एक्सपर्ट का भी सहयोग लिया जा रहा है। कारोबारी दंपती ने कहा कि कभी भी आनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं किया। न ही मोबाइल एप का प्रयोग करते हैं।
रुपये निकासी का उन्हें तब पता चला जब वे दूसरे खाते में रुपये ट्रांसफर करने को बैंक पहुंचे। निकासी का पता चलाने के बाद वे हैरान हो गईं। बैंक से डिटेल्स निकालने में पता चला कि तीन दिनों में आठ बार में एक लाख 54 हजार 230 रुपये का आनलाइन ट्रांजेक्शन किया गया है। पुलिस पूछताछ में कारोबारी ने बताया कि बैंक खाते में दिया गया मोबाइल नंबर चार वर्षों से बंद है। इसके कारण उन्हें निकासी का पता नहीं चला। इसके कारण आशंका जताई जा रही कि कहीं उनके नाम का सिम कार्ड निर्गत कर साइबर फ्राड द्वारा एप के माध्यम से रुपये उड़ा लिए गए हो। इस बिंदु पर पुलिस की जांच चल रही है।
बता दें कि जब दंपती दूसरे खाते में रुपये ट्रांसफर करने को बैंक गए तो उन्हें फर्जीवाड़ा का पता चला। उनका खाता जवाहरलाल रोड स्थित एक निजी बैंक में है। पुलिस को बताया कि 31 अगस्त को उनके खाते से पांच हजार, एक सितंबर को 24 हजार, 230 रुपये, दो सितंबर को पांच बार में 25-25 हजार रुपये कर के एक लाख 25 हजार रुपये उड़ा लिए। इस तरह से साइबर फ्राड ने उनके खाते से एक लाख 54 हजार 230 रुपये उड़ा लिए।