उत्तर बिहार में ठंड बढ़ने की आशंका, 30 नवंबर तक के लिए पूर्वानुमान जारी
Muzaffarpur Weather Update मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के जिलों में मौसम खुशगवार बना हुआ है। छह से आठ किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से पछिया हवा चलने की संभावना जताई गई है। दो दिनों तक आसमान में बादल छाए रहेंगे।
मुजफ्फरपुर, जासं। उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, पश्चिम चंपारण समेत अन्य जिलों में ठंड का प्रभाव अभी थोड़ा कम है। अगले दो दिनों तक आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि, छह से आठ किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से पछिया हवा चलेगी। इससे ठंड में थोड़ी वृद्धि होगी। इसके लिए मौसम विभाग ने जारी किया पूर्वानुमान। डा. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के मौसम विभाग का कहना है कि 30 नवंबर तक अधिकतम तापमान 26 से 28 और न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। सापेक्ष आद्र्रता सुबह में 70 से 80 प्रतिशत और दोपहर में 40 से 50 प्रतिशत रहेगी।
दिसंबर में लगातार बढ़ती जाएगी ठंड
डा. अब्दुल सतार ने बताया कि दिसंबर में सुबह-शाम ठंड पूरे परवान पर रहेगी। माह के पहले हफ्ते के बाद ठंड के तेजी से बढ़ने का अनुमान है। तीसरे सप्ताह में कुहासा और कड़कड़ाती ठंड शुरू हो जाएगी। शीत लहर का प्रकोप उसके बाद ही देखने को मिलेगा। दो दिसंबर तक अधिकतम तापमान 26 से 27 डिग्री और न्यूनतम तापमान सात से आठ डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण पछिया हवा आठ से 12 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेगी।
बदलते मौसम में बीमारी का खतरा
मौसम में बदलाव के साथ ही अब बीमारी का खतरा बढ़ने लगा है। एक पखवारा पहले जिस कफ सिरप को पूछने वाले कम मिलते थे। आज लगभग हर घर में इसकी जरूरत पड़ रही है। बढ़ती ठंड में सर्दी खांसी से परेशान लोग कफ सिरप का सहारा ले रहे हैं। मेडिकल दुकानदारों की मानें तो दो हफ्ते में ही कफ सिरप की बिक्री तीन गुना से अधिक बढ़ गई है। पेरासिटामोल व एंटीबायोटिक्स दवाएं भी खूब बिक रही हैं। कारण कि जरा सी सर्द हवा लोगों को बीमार बना दे रही है। अस्पतालों पर रोज दिन सर्दी, खांसी जुकाम के मरीज पहुंच रहे हैं।
अनुमंडलीय अस्पताल आए सौ से अधिक मरीजों में 70 प्रतिशत सर्दी, जुकाम और खांसी से पीड़ित थे। चिकित्सक लोगों को गर्म पानी पीने व ठंड से बचने की सलाह दे रहे थे। डॉ. विजय कुमार ने बताया कि मौसम बदलने के साथ ही सर्दी, खांसी, बुखार के मरीज 50 प्रतिशत इस रोग के ही मरीज आ रहे हैं। अस्पताल में कफ सिरप की उपलब्धता नहीं है। इसके बदले एंटीबायोटिक दवा मरीजों को लिखी जा रही है। तमाम लोग खांसी या गले में परेशानी होने पर मेडिकल स्टोर से कफ सिरफ खरीदते हैं।