BRA Bihar University: प्राचार्यों की लाटरी से होने वाली पदस्थापन प्रक्रिया की तिथि निर्धारित, 23 जुलाई को होगी बैठक
BRA Bihar University बीआरए बिहार विश्वविद्यालय 23 जुलाई को लाटरी सिस्टम से प्राचार्यों का पदस्थापन करेगा। विश्वविद्यालय के नए गेस्ट हाउस में समिति की बैठक होगी जिसमें स्थानीय विधायक सांसद और एमएलसी भी शामिल होंगे। विश्वविद्यालय ने अधिसूचना जारी कर दी है और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। BRA Bihar University: लंबे इंतजार के बाद आखिरकार बीआरए बिहार विश्विवद्यालय ने बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग से चयनित प्राचार्यों का लाटरी सिस्टम से होने वाली पदस्थापन प्रक्रिया की तिथि तय कर दी है। 23 जुलाई को विश्वविद्यालय के नए गेस्ट हाउस में समिति की बैठक होगी।
इसमें स्थानीय विधायक, सांसद व एमएलसी भी नियुक्ति प्रक्रिया की मानीटरिंग के लिए उपस्थित रहेंगे। सभी अनुशंसित प्राचार्य भी रहेंगे। इसको लेकर विश्वविद्यालय ने अधिसूचना जारी की है। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी। लाटरी के लिए सभी कालेजों की अनुमंडलवार अंग्रेजी के वर्णक्रम में सूची तैयार होगी।
पहले ही प्राचार्यों ने अपना विकल्प आवेदन के रूप में विश्वविद्यालय को दे चुके हैं। उन्होंने महाविद्यालय की जगह अनुमंडल का विकल्प दिया है। प्राचार्य के नाम की पर्ची एक बाक्स में रखी जाएगी। किसी कार्यालय परिचारी या समकक्ष पद के कर्मी से डिब्बे से एक पर्ची निकलवाई जाएगी।
उस पर्ची में अंकित नाम वाले प्राचार्य को अंग्रेजी वर्णक्रम में तैयार कालेज की सूची के प्रथम महाविद्यालय का आवंटन किया जाएगा। इसी तरह सभी प्राचार्यों को कालेज आवंटित किया जाएगा। राजभवन की ओर से पूर्व में ही प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के अंगीभूत महाविद्यालयों में आयोग से अनुशंसित प्राचार्यों के पदस्थापन के लिए निर्देश जारी किया गया है।
इसके लिए कुलाधिपति प्रतिनिधि भी मनोनीत किया गया। राजभवन की ओर से पदस्थापन के लिए गठित कमेटी में कुलपति को अध्यक्ष व रजिस्ट्रार को सदस्य सचिव और मनोनीत प्रतिनिधि को सदस्य बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग की ओर से अनुशंसित प्राचार्यों में बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के लिए 23 प्राचार्यों ने काउंसिलिंग कराई है।
विश्वविद्यालय ने अनुशंसित प्राचार्यों के पदस्थापन प्रक्रिया के लिए तिथि तय कर दी है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या 23 से पहले पुराने प्राचार्यों के स्थानांतरण किया जाएगा। इसको लेकर कयास का दौर जारी है। सूत्रों की मानें तो विश्वविद्यालय की ओर से पुराने प्राचार्यों के स्थानांतरण को लेकर विश्वविद्यालय की ओर से लगभग निर्णय लिया जा चुका है।
उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो पिछले दिनों अधिकारियों ने बैठक कर प्राचार्यों के स्थानांतरण पर मंथन किया है। सूची भी तैयार है। दूसरी ओर कई कालेजों के प्राचार्यों की बेचैनी भी इसको लेकर बढ़ी है। कई कालेजों के प्राचार्यों ने पांच वर्ष तो कइयों ने इससे अधिक का कार्यकाल पूरा कर लिया है।
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