स्नातक के छात्र को 100 पूर्णांक में मिले 107...यह केवल BRA Bihar University में भी संभव
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के स्नातक सत्र 2023-27 के तीसरे सेमेस्टर के रिजल्ट में कई गड़बड़ियां सामने आई हैं। छात्रों को पूर्णांक से ज्यादा अंक मिले हैं जिससे वे परेशान हैं। लगभग पांच हजार छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग है जिसके लिए उन्हें कॉलेज में आवेदन जमा करने को कहा गया है। यह मामला मुजफ्फरपुर से सामने आया है जहां छात्र Muzaffarpur News को लेकर चिंतित हैं।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर ओर से पिछले सप्ताह जारी स्नातक सत्र 2023-27 के तृतीय सेमेस्टर के परिणाम में कई गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। कई छात्रों को पूर्णांक से भी अधिक अंक मिल गए हैं।
एलएस कालेज के कामर्स संकाय के एक छात्र का प्रोविजनल अंकपत्र इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। इसमें छात्र को स्किल एन्हांसमेंट कोर्स के थ्योरी के एक पेपर में 100 में 107 अंक मिले हैं। छात्र का रिजल्ट एक्सीलेंट कोटि में जारी हुआ है, लेकिन 100 में 107 अंक मिलने पर छात्र परेशान है कि रिजल्ट वैध होगा या नहीं।
छात्रों ने परीक्षा विभाग पर सवाल भी उठाया है कि चार महीने बाद जब परिणाम आया तो इतनी बड़ी चूक कैसे। कुछ समय पहले जब इसी सत्र के द्वितीय सेमेस्टर का परिणाम आया था उसमें भी इस प्रकार के कई मामले सामने आए थे।
छात्र संवाद में विद्यार्थियों की ओर से शिकायत की गई थी। इसके बाद उनका परिणाम सुधारा गया था। उधर, परीक्षा नियंत्रक प्रो.रामकुमार ने बताया इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे अंकपत्र में सुधार किया गया है। उसे 87 अंक मिले हैं। इंट्री के दौरान ऐसा हो गया है।
पांच हजार से अधिक छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग
पांच हजार से अधिक छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग है। जिन छात्रों का परिणाम पेंडिंग हो गया है। वे सभी परेशान हैं। विश्वविद्यालय ने कहा है कि पेंडिंग के लिए विद्यार्थी विश्वविद्यालय नहीं पहुंचे। कालेज में इसके लिए आवेदन जमा करना है। आवेदन जमा होने के बाद कालेज समेकित कर विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग को भेजेगा। इसके बाद पेंडिंग रिजल्ट में सुधार होगा।
लागू नहीं हो सका एबिलिटी एन्हांसमेंट पाठ्यक्रम
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक फोर्थ सेमेस्टर के एक लाख से अधिक विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम नहीं होने से पढ़ाई ठप है। इससे कालेज में कक्षाओं का संचालन तो हो रहा, लेकिन एबिलिटी एन्हांसमेंट कोर्स का पाठ्यक्रम उपलब्ध नहीं होने से इसकी कक्षाएं संचालित नहीं की जा रही हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि विश्वविद्यालय में इन कोर्स का पाठ्यक्रम तैयार तो किया गया, लेकिन लागू नहीं किया जा सका। एबिलिटी एन्हांसमेंट कोर्स के पाठ्यक्रम को तैयार कर एकेडमिक काउंसिल की बैठक में प्रस्तुत किया गया, जहां उस पर निर्णय के लिए सिलेबस कमेटी को अधिकृत किया गया।
विश्वविद्यालय में सिलेबस कमेटी है ही नहीं। अब तक इसके गठन की प्रक्रिया तक नहीं शुरू हो सकी है। इससे सबसे अधिक परेशानी विद्यार्थियों को हो रही है। वे लगातार कालेज में इन विषयों की पढ़ाई की जानकारी मांग रहे हैं, लेकिन शिक्षक उन्हें कुछ भी जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं।
दूसरी ओर फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा जल्द ही होने वाली है। ऐसे में अगर तय समय पर पाठ्यक्रम को मंजूरी देकर लागू नहीं किया जाता तो बगैर पढ़ाई के ही विद्यार्थियों को परीक्षा देनी होगी। स्नातक थर्ड सेमेस्टर का परिणाम जारी होने के बाद अब फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा होनी है।
फोर्थ सेमेस्टर में एइसी (एबिलिटी एन्हांसमेंट कोर्स) के तहत विद्यार्थियों के लिए पांच विषयों की पढ़ाई होनी है। इसमें स्काउट एंड गाइड, एनसीसी, एनजीओ, सोशल सर्विस व स्पोर्ट्स का पाठ्यक्रम शामिल है। इसमें केवल एनसीसी का पाठ्यक्रम ही उपलब्ध है। वह भी सभी कालेज में उपलब्ध नहीं है।
फोर्थ सेमेस्टर के लिए कोर्स का बास्केट भी जारी नहीं हो सका है। डीएसडब्ल्यू डा.आलोक प्रताप सिंह ने बताया जल्द ही इस पर निर्णय होगा ताकि विद्यार्थियों को परेशानी नहीं हो। पाठ्यक्रम को मंजूरी प्रदान कराई जाएगी।
अब तक नोडल विभाग निर्धारित नहीं
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में चार वर्षीय स्नातक कोर्स लागू होने के बाद दो शैक्षणिक सत्रों में नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। तीसरे सत्र में नामांकन के लिए प्रक्रिया चल रही है, लेकिन अब तक विद्यार्थियों के लिए वैल्यु एडेड कोर्स, स्किल एन्हांसमेंट कोर्स समेत अन्य पत्रों की पढ़ाई के लिए नोडल विभाग तय नहीं हो सके हैं।
इन कोर्स का संचालन किस विभाग के तहत कराया जाए। इनकी इंटरनल परीक्षा में किन विषयों के शिक्षक शामिल होंगे और उसकी रूपरेखा क्या होगी। इसकी कोई गाइडलाइन नहीं है। इस कारण कालेजों की मनमानी चलती है।
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