BRA Bihar University: 7 लाख 50 हजार से अधिक कापियों का मूल्यांकन अगले माह से
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक द्वितीय सेमेस्टर की 7.5 लाख से अधिक उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन अगले महीने शुरू होगा। चुनाव और छुट्टियों के कारण मूल्यांकन में देरी हो रही है। परीक्षा नियंत्रक डॉ. राम कुमार ने बताया कि जल्द मूल्यांकन कराकर परिणाम जारी करने की योजना है। वहीं, पार्ट थर्ड का रिजल्ट भी अगले महीने आने की संभावना है, जिससे छात्रों पर नामांकन का दबाव है। सेमेस्टर सिस्टम से परीक्षा और परिणाम का दबाव बढ़ गया है।

यह तस्वीर जागरण आर्काइव से ली गई है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। BRA Bihar University: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक सेकंड सेमेस्टर की 7.50 लाख से अधिक उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन अगले महीने से शुरू होगा। सत्र 2024-28 के तहत नामांकित स्नातक सेकंड सेमेस्टर की परीक्षाएं पिछले दिनों समाप्त हो चुकी हैं।
इसमें करीब 1.30 लाख छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। फिलहाल उत्तर पुस्तिकाएं विभिन्न जिलों में बनाए गए कलेक्शन सेंटर पर रखी हैं। जिले में छह नवंबर को चुनाव होना हैं। इसमें कालेज के शिक्षकों की भी ड्यूटी लगाई गई है। इस कारण कापियों की जांच के लिए परीक्षकों की कमी होगी।
दूसरी ओर फिलहाल विश्वविद्यालय में छठ की छुट्टियां हैं। 30 अक्टूबर को विश्वविद्यालय और कालेज खुल जाएंगे। परीक्षा विभाग की ओर से चुनाव के बाद उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराए जाने की योजना है। आठ नवंबर या इसके बाद से कापियों की जांच कराई जा सकती है।
विश्वविद्यालय स्तर पर ही मूल्यांकन केंद्र का निर्धारण करते हुए कापियों की जांच होनी है। परीक्षा नियंत्रक डा. राम कुमार ने बताया कि चुनाव के बाद कापियों का मूल्यांकन कार्य शुरू हो जाएगा। प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द मूल्यांकन समाप्त कराते हुए सेकंड सेमेस्टर का रिजल्ट जारी कर दिया जाए। दिसंबर की शुरुआत से पहले रिजल्ट जारी करने की योजना है।
पार्ट थर्ड का रिजल्ट अगले महीने जारी होने की संभावना
सत्र 2022 - 25 के तहत टीडीसी पार्ट थर्ड का रिजल्ट अब अगले महीने जारी होने की उम्मीद है। परीक्षा के बाद कापियों का मूल्यांकन कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में रिजल्ट में देरी होना तय है। पहले यह बताया गया कि अक्टूबर के अंत तक परिणाम जारी कर दिया जाएगा।
लेकिन समय पर मूल्यांकन कार्य समाप्त नहीं होने के कारण अब तिथि बढ़ना तय है। दूसरी ओर विभिन्न संस्थानों में पीजी कोर्स में नामांकित छात्र-छात्राओं को लगातार रिजल्ट की कापी उपलब्ध कराने का दबाव है। इसके बगैर उनके नामांकन पर भी संकट उत्पन्न हो गया है।
समय पर परीक्षा और रिजल्ट का बढ़ा दबाव
स्नातक में सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के बाद से समय पर परीक्षा और परिणाम जारी करने का दबाव विश्वविद्यालय पर है। हर छह महीने में परीक्षा होनी है। इसके लिए तैयारी और रिजल्ट जारी करने में काफी समय खर्च होता है। इसी वर्ष स्नातक सत्र 2023 - 27 के तहत फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा होनी है।
वहीं इसके बाद सत्र 2023 - 25 के तहत पीजी फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा होनी है। इसके बाद दोनों ही परीक्षाओं का रिजल्ट जारी होगा। इस वर्ष स्नातक प्रथम सेमेस्टर में नामांकित विद्यार्थियों की परीक्षा भी होनी है। इसके बाद करीब 1.50 ला से अधिक विद्यार्थियों का भी परिणाम जारी करना होगा।

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