BRABU: इंटरनल में किसी को पांच तो किसी को थ्योरी में मिले तीन अंक, पीजी फर्स्ट सेमेस्टर के रिजल्ट में गड़बड़ी
मुजफ्फरपुर के बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी फर्स्ट सेमेस्टर के रिजल्ट में गड़बड़ी सामने आई है। कई छात्रों को इंटरनल और थ्योरी में फेल कर दिया गया है जिससे छात्र आक्रोशित हैं। छात्रों ने असाइनमेंट जमा करने के बाद भी फेल होने पर सवाल उठाए हैं। विश्वविद्यालय का कहना है कि गड़बड़ियों को सुधारा जाएगा।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। BRA Bihar University: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में लंबे इंतजार के बाद जारी हुए पीजी फर्स्ट सेमेस्टर के रिजल्ट में कई गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। जारी हुए रिजल्ट में अंग्रेजी, भूगोल समेत अन्य विषयों में रिजल्ट में इंटरनल से लेकर थ्योरी में काफी संख्या में विद्यार्थियों का फेल किया गया है।
किसी छात्र को इंटरनल में पांच अंक मिले हैं तो किसी को थ्योरी में तीन ही अंक दिया गया है। इसका छात्र-छात्राओं ने विरोध किया है। उनका कहना है कि वे इंटरनल की परीक्षा में शामिल हुए थे। असाइनमेंट भी जमा कराया। बावजूद इसके उन्हें फेल किया गया है।
छात्र सोनू कुमार ने कहा कि पिछले दिनों लगातार जारी हुए पीजी के रिजल्ट में कई गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। इसकी जानकारी आरटीआई से प्राप्त उत्तर पुस्तिका की छाया प्रति से मिल चुकी है। बावजूद इसके विश्वविद्यालय की ओर से दोषी परीक्षकों पर कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
दूसरी ओर परीक्षा नियंत्रक डा. राम कुमार ने बताया कि इंटरनल परीक्षा का अंक पीजी विभागों और कालेजों की ओर से ही दिया जाता है। इसमें विश्वविद्यालय की कोई गलती नहीं है। अगर अंकों की एंट्री करने में चूक हुई होगी तो इसमें सुधार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जो भी गड़बड़ी होगी उसे विभाग की ओर से भेजे जाने पर तत्काल सुधारा जाएगा। उल्लेखनीय है कि पीजी फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा में फर्स्ट सेमेस्टर में 1027 विद्यार्थी फेल हुए हैं। वहीं 362 विद्यार्थी प्रमोट हो गए हैं। परीक्षा में कुल 12660 विद्यार्थी शामिल हुए थे। 12 विद्यार्थियों का रिजल्ट पेंडिंग है और 23 परीक्षा में अनुपस्थित थे।
अगर किसी छात्र को अंकपत्र की नितांत आवश्यकता है तो वह 100 रुपये का आनलाइन चालान जमा करके डुप्लीकेट अंकपत्र प्राप्त कर सकता है। सामान्य परिस्थिति में किसी तरह के सुधार या दस्तावेज के लिए, मूल अंकपत्र में सुधार के लिए विद्यार्थी कालेज के स्तर से ही आवेदन करें। विश्वविद्यालय में भीड़ लगाने की जरूरत नहीं है। कालेज से आए आवेदन के आधार पर ही इसमें सुधार कर भेज दिया जाएगा।
डा. राम कुमार, परीक्षा नियंत्रक, बीआरएबीयू
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