चक्रवाती परिसंचरण से उत्तर बिहार में हो रही वर्षा, इससे मिलेगी राहत या...मौसम विभाग ने जारी किया पूर्वानुमान
मुजफ्फरपुर में बादल छाए रहेंगे और बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने उत्तर बिहार के जिलों में अच्छी वर्षा का अलर्ट जारी किया है जिससे तापमान में गिरावट आएगी। किसानों को खेतों से जल निकास की उचित व्यवस्था करने की सलाह दी गई है। आने वाले दिनों में भी रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Meteorological Department: दक्षिण पश्चिम मानसून राजस्थान, गुजरात, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों से वापस होने लगा है। वहीं उत्तर बिहार की स्थिति यह है कि यहां के अधिकतर जिलों में विगत चार दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
इसकी वजह से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। यूं तो अभी बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है, लेकिन लोगों के दैनिक कार्य का इस पर प्रभाव देखने को मिल रहा है।
बुधवार को भी सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है। आसमान में बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि इसका कारण यह है कि अनुकूल मौसमीय परिस्थिति है। विभाग की ओर से कहा गया है कि चक्रवाती परिसंचरण की वजह से ऐसा हो रहा है।
इतना ही नहीं मैदानी भाग वाले जिलों में आने वाले दिनों में अपेक्षाकृत अधिक तेज वर्षा होगी। वहीं कुछ स्थानों पर भारी वर्षा भी हो सकती है।
मौसम विभाग की ओर से इसका अलर्ट जारी किया गया है। बंगाल की खाड़ी और आसपास के इलाकों में बने परिसंचरण का प्रभाव अब झारखंड की ओर बढ़ रहा है। बावजूद अभी बिहार में इसका प्रभाव रहेगा।
गुरुवार से अगले तीन-चार दिनों तक रुक-रुक कर बारिश होगी। इस अवधि में अधिकतम तापमान 29-31 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। न्यूनतम तापमान 25-26 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहेगा।
पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 6 से 10 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से पुरवा हवा चलने की संभावना है। कुछ स्थानों पर पछिया हवा भी चल सकती है।
मंगलवार की बात करें तो सुबह से ही लगातार बारिश होती रही। इस कारण दिन भर लोगों को गर्मी की अनुभूति नहीं हुई। दोपहर बाद भी बारिश हुई। इससे शहर समेत ग्रामीण इलाकों में भी जलजमाव हो गया।
बारिश के कारण दिन का अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से 4.1 डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से 1.9 डिग्री कम है।
वरीय मौसम विज्ञानी डा. ए. सत्तार ने बताया कि अभी बारिश के अनुकूल स्थिति बनी हुई है। दूसरी ओर मौसम विभाग ने किसानों के लिए भी निर्देश जारी किए हैं।
इसमें बताया गया है कि मक्का व सब्जी के खेतों से जल निकास की उचित व्यवस्था करें। बरसात के दिनों में परती खेतों व खेत के मेड़ पर अत्यधिक दूब, मोथा, जंगल उग आते हैं।
इन जंगलों को नष्ट करने के लिए खरपतवारनाशी का छिड़काव करें। किसान अरहर की बुआई ऊंचास जमीन में वर्षा के बाद जल्द संपन्न कर लें।
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