Bihar University: कालेज प्रशासन की धृष्टता, छह वर्ष पहले फेल विद्यार्थियों का भी भराया फार्म
मुजफ्फरपुर के बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में टीडीसी पार्ट थर्ड परीक्षा के लिए कॉलेजों ने छह वर्ष पहले फेल हुए छात्रों का भी फॉर्म भरवा लिया। विश्वविद्यालय ने एडमिट कार्ड रोका तो छात्र परीक्षा विभाग में शिकायत करने पहुंचे। विश्वविद्यालय ने बताया कि अभी स्पेशल परीक्षा नहीं हो रही है और छात्रों को फीस वापस लेने को कहा।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में गुरुवार से होने वाली टीडीसी पार्ट थर्ड की परीक्षा के लिए फार्म भरने में अजीबोगरीब मामला सामने आ रहा है। कालेजों ने छह वर्ष पूर्व भी टीडीसी पार्ट थर्ड में फेल हुए विद्यार्थयों का परीक्षा फार्म भरवा लिया है।
एडमिट कार्ड जारी करने से पहले स्क्रूटनी में मामले सामने आने के बाद विश्वविद्यालय की ओर से ऐसे विद्यार्थियों का एडमिट कार्ड रोक दिया गया। कालेज में जब ऐसे छात्र-छात्राओं का एडमिट कार्ड नहीं पहुंचा तो उन्होंने इसकी जानकारी ली।
उन्हें सीधे विश्वविद्यालय भेज दिया गया। मंगलवार को कई छात्र-छात्राओं ने परीक्षा विभाग में पहुंचकर इसकी शिकायत की है। एक छात्रा रोती हुई परीक्षा विभाग पहुंची। विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया है कि अभी स्पेशल पार्ट थर्ड की परीक्षा नहीं हो रही है।
स्पेशल पार्ट थर्ड की जब परीक्षा होगी तो ऐसे विद्यार्थियों का रिजल्ट क्लियर करने का विकल्प दिया जाएगा। अभी नियमित विद्यार्थियों के लिए टीडीसी पार्ट थर्ड की परीक्षा हो रही है।
ऐसे में उन्हें इस परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं है। उनके लिए अलग से स्पेशल परीक्षा की तिथि जारी होगी। छात्र-छात्राओं को कालेज में जाकर परीक्षा फार्म की राशि वापस मांगे जाने का सुझाव दिया गया है।
एक ही वर्ष में दो पार्ट की परीक्षा में हुए शामिल
टीडीसी पार्ट थर्ड परीक्षा से एक दिन पहले विश्वविद्यालय में बुधवार को परीक्षा बोर्ड की बैठक होगी। इसमें एक ही वर्ष में टीडीसी पार्ट वन और टू की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को पार्ट थर्ड की परीक्षा में शामिल कराए जाने पर निर्णय होगा।
बताया जा रहा है कि किसी छात्र ने वर्ष 2019 में स्नातक में रजिस्ट्रेशन कराया। उसने 2020 में टीडीसी पार्ट वन की परीक्षा नहीं दी। वर्ष 2021 में छात्र ने एक ही साथ टीडीसी पार्ट वन और टू की परीक्षा दे दी।
अब इस आधार पर उसका रिजल्ट पेंडिंग है। बताया जा रहा है कि ऐसे विद्यार्थियों की संख्या करीब एक हजार से अधिक होगी। ऐसे विद्यार्थियों को टीडीसी पार्ट थर्ड की परीक्षा में सम्मिलित कराने पर परीक्षा बोर्ड निर्णय लेगा।
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