Bihar Teacher Transfer 2025: अपने गृह जिला जाने का सुनहरा मौका, अंतिम तिथि से पहले पूरी कर लें आवेदन की प्रक्रिया
सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के लिए अंतर जिला स्थानांतरण का अवसर आया है। ई-शिक्षा Bihar Teacher Transfer 2025 कोष पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। शिक्षकों को अपने टीचर आईडी से लॉग इन करके तीन जिलों का विकल्प देना होगा। म्यूचुअल स्थानांतरण का लाभ ले चुके शिक्षक आवेदन नहीं कर सकते। इससे शिक्षकों को अपने गृह जिले में सेवा करने का मौका मिलेगा।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Teacher Transfer 2025: बिहार के सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के लिए एक खुशखबरी है। खासकर उनके लिए जो अपने घर से दूर या परिवार से दूर रहकर नौकरी कर रहे हैं। वे अब अपने पसंद के जिले में स्थानांतरण करवा सकते हैं।
ई-शिक्षा कोष पोर्टल से आवेदन
सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को अंतर जिला स्थानांतरण का मौका दिया गया है। वे ई-शिक्षा कोष पोर्टल के माध्यम से आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस प्रक्रिया के तहत शिक्षक सबसे पहले ई-शिक्षा कोष पोर्टल खोलकर अपने टीचर आइडी से लागिन करेंगे।
इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर का विकल्प चुनें
लागिन करने के बाद डैशबोर्ड पर इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद अप्लाई/व्यू ट्रांसफर एप्लीकेशन में जाकर अप्लाई फार ट्रांसफर करना होगा। प्रोफाइल सही रहने पर शिक्षक को अपनी वैवाहिक स्थिति और गृह जिला से संबंधित सूचना भरनी होगी।
देने होंगे तीन विकल्प
अंतर जिला स्थानांतरण के लिए शिक्षक प्राथमिकता के आधार पर तीन जिलों का विकल्प दे सकेंगे। यदि शिक्षक विकल्प में कोई बदलाव करना चाहते हैं तो व्यू एप्लीकेशन में जाकर आवश्यक सुधार कर सकते हैं।
अंतिम तिथि 13 सितंबर
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि आवेदन की अंतिम तिथि यानी 13 सितंबर के बाद किसी भी शिक्षक को मौका नहीं दिया जाएगा। इसलिए समय रहते आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर लें।
ये नहीं ले सकते लाभ
दूसरी ओर विभाग ने स्पष्ट कहा कि वैसे शिक्षक जो म्यूचुअल स्थानांतरण का लाभ ले चुके हैं। वैसे शिक्षक अंतर जिला स्थानांतरण के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं। वहीं बीपीएससी टीआरई थ्री के शिक्षक को स्थानांतरण के लिए आवेदन नहीं करना है।
शिक्षकों में खुशी
शिक्षा विभाग के इस पहल से शिक्षकों में उम्मीद जगी है। दूसरे जिले में काम कर रहे शिक्षकों को कम से कम अपने जिले में आने का मौका मिलेगा। शिक्षकों ने बताया कि यह मामला काफी दिनों से चल रहा है।
कई अपने घर से दूर पदस्थापित
हाल में बिहार लोकसेवा आयोग के माध्यम से जो नियुक्तियां हुई हैं उनमें कई ऐसे हैं जिनको अपने घर से बहुत दूर पदस्थापित कर दिया गया। वहीं कुछ ऐसे हैं जो पति-पत्नी दोनों शिक्षक हैं, किंतु अलग-अलग जिले में हैं।
पति-पत्नी की नौकरी अलग-अलग
कुछ मामलों में पति की अलग जगह नौकरी है और पत्नी की अलग। ऐसे में उनका जीवन प्रभावित हो रहा था। माना जा रहा है कि इस आदेश के बाद ऐसे शिक्षकों को काफी राहत मिलेगी।
2.33 लाख की हो चुकी नियुक्ति
नियोजन की प्रक्रिया खत्म करने के बाद बिहार लोकसेवा आयोग की ओर से नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। अभी तक टीआरइ एक से तीन तक दो लाख 33 हजार से अधिक शिक्षकों को विभिन्न सरकार स्कूलों में नियुक्त किया गया है।
नियोजित शिक्षक भी बने राज्यकर्मी
इतना ही नहीं नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए विभाग की ओर से सक्षमता परीक्षा आयोजित की गई और 2,50,000 से अधिक शिक्षकों को राज्य कर्मचारी के रूप में दर्जा दिया जा चुका है।
टीआरई 4 की चल रही तैयारी
इस तरह से राज्य के विद्यालयों में कार्यरत कुल शिक्षकों की संख्या की बात करें तो करीब पांच लाख 97 हजार शिक्षक वर्तमान में अपनी सेवा दे रहे हैं। अभी 35 हजार प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक भी नियुक्त हुए हैं।वहीं अभी टीआरई 4 के तहत करीब 26,500 शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। उससे पहले एसटीईटी का आयोजन किया जाएगा।
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