सिर्फ ट्रेन की टिकट नहीं... रेलवे इस तरह भी कमाती है करोड़ों रुपये, 2 गाड़ियों का टेंडर फाइनल
सोनपुर रेलमंडल ने 21 ट्रेनों के एसएलआर और वीपी को आवंटित करने के लिए ई-निविदाएं आमंत्रित की हैं। इनमें अवध एक्सप्रेस और सप्तक्रांति एक्सप्रेस की निविदाएं फाइनल हो गई हैं, जिनसे दो साल में 2.14 करोड़ रुपये की आय होगी। यह पहल पारदर्शिता बढ़ाएगी, राजस्व में वृद्धि करेगी और स्थानीय उद्यमियों को अवसर प्रदान करेगी।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। सोनपुर रेलमंडल से चलने वाली 21 ट्रेनों के एसएलआर, वीपी को आवंटित करने के लिए ई-निविदा आमंत्रित की गई है। इसमें गुरुवार को बरौनी से बांद्रा जाने वाली 19038 अवध एक्सप्रेस और मुजफ्फरपुर से आनंद विहार दिल्ली जाने वाली 12557 सप्तक्रांति एक्सप्रेस की निविदा फाइनल हुई।
इन दो ट्रेनों के एसएलआर से रेलवे को दो साल में 2.14 करोड़ रुपये की आय होगी। 19 ट्रेनों की एसएलआर और वीपी को आउटसोर्स पर देने की कवायद चल रही है। इसको लेकर सोनपुर रेलमंडल के सीनियर डीसीएम रोशन कुमार की अध्यक्षता में प्री-बिड मीटिंग हुई। इसमें दोनों ठेकेदारों द्वारा उन दोनों ट्रेनों का टेंडर लिया गया।
सीनियर डीसीएम ने कहा कि इससे व्यावसायिक क्षेत्र में निरंतर हो रहे नवाचार और पारदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि सोनपुर मंडल यात्री सुविधाओं और रेल परिसरों के व्यावसायिक दोहन के साथ राजस्व सृजन के नए अवसरों को लगातार सशक्त कर रहा है।
मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, खगड़िया, बरौनी, मानसी स्टेशन से होने वाली पार्सल की बुकिंग से वित्तीय वर्ष 2024-25 रेलवे को 4.19 करोड़ रुपये की आय दर्ज की गई है। कुल पार्सल यूनिट से वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल आय प्राप्त हुई है।
उन्होंने कहा यह पहल मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया के तहत पूरी पारदर्शी तरीके हो रहा है। इससे रेल राजस्व में वृद्धि के साथ स्थानीय उद्यमियों को भी बेहतर अवसर प्राप्त हो रहे हैं।
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