तेजस्वी यादव ने Bihar Vidhansabha Chunav से पहले दिए बदलाव के संकेत, MY समीकरण को साइड में रख शुरू कीं ये बातें
Bihar Assembly Election 2025 बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा होने में चंद दिन ही शेष हैं किंतु इसके नैरेटिव पहले से ही सेट किए जाने लगे हैं। वोटर अधिकार यात्रा के बाद अब विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार अधिकार यात्रा की। इस दौरान जिस तरह की बातें कीं उसे आने वाले दिनों के लिए संकेत के रूप में देखा जा रहा।

प्रेम शंकर मिश्रा, मुजफ्फरपुर। Bihar Assembly Election 2025: पिछले चार दशकों से बिहार की राजनीति में लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) मुख्य किरदार रहे। उनके भाषण और नारों में बड़ा अर्थ छुपा रहता जो चुनाव को प्रभावित करता था। देशज अंदाज लोगों को प्रभावित करता था।
रणनीति भी बदल रहे
बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly elections) में राजद (RJD) नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी खुद को पिता के रूप में ढालने का प्रयास कर रहे हैं। जनता के मूड और क्षेत्र के हिसाब से बोल और रणनीति भी बदल रहे। हाल में ही संपन्न उनकी बिहार अधिकार यात्रा (Bihar Adhikar Yatra) में इसकी झलक दिखी।
आइडिया की चोरी का आरोप
मगध, मिथिलांचल, कोसी और तिरहुत की जनता के साथ सीधा संवाद किया। जहानाबाद से यात्रा की शुरुआत में मतदाता सूची व वोटर अधिकार पर जागरूकता की बात की। वोटर अधिकार यात्रा (Voter Adhikar Yatra) को जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने छोड़ा था, उसे तेजस्वी ने एनडीए (NDA) पर आइडिया की चोरी का आरोप लगाते हुए आगे बढ़ाया।
लोहे से लोहे को काटना
नीतीश के गढ़ नालंदा में तेजस्वी ने भ्रष्टाचार के साथ शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरा। वह जानते हैं कि इस क्षेत्र में वोट बैंक के हिसाब से बढ़त नहीं मिल सकती। यहां लोहे से लोहे को काटना है। मोकामा गए तो मंच से कलम बांटी।
कलम बांटने के अंदाज पर सवाल
सवाल उठे तो उनके राजनीतिक सलाहकार और राज्यसभा सदस्य संजय यादव मीडिया के सामने आए। कहा, तेजस्वी यह संदेश दे रहे कि हथियार की जगह कलम बांटने से ही नई पीढ़ी का वर्तमान बेहतर होगा और भविष्य स्वर्णिम।
दियारा क्षेत्र में दिखाया पिता जैसा ठेठ अंदाज
कम्युनिस्ट और एनडीए के प्रभाव वाले क्षेत्र बेगूसराय में आइएनडीआइए के साथ मतदाताओं की एकजुटता की बात की। कहा कि उनकी राजनीति में जाति और धर्म की कोई जगह नहीं होगी। सत्ता में बैठे लोग जनता को धर्म और जाति के नामपर बांट रहे, मगर तेजस्वी यहां बात करने आया है उद्योग की, विकास की, रोजगार की, महिलाओं की...।
पूर्व के चुनाव से पूरी तरह अलग
उनकी यह रणनीति राजद के पूर्व के चुनाव से पूरी तरह ये अलग रही। दियारा क्षेत्र खगड़िया गए तो लालू की तरह ठेठ अंदाज दिखाया। एक बच्चे को हेलीकाप्टर में बिठाया। कुछ उसी तरह जब लालू भीड़ में से किसी को बुलाकर अपने पास बिठा लेते थे।
मोदी और शाह पर निशाना
यादवों के गढ़ मधेपुरा पहुंचते ही आवाज में जोश लाया। कहा, 36 साल का युवा सरकार से लड़ रहा है। गुजरात में फैक्ट्री और बिहार में विक्ट्री, नहीं चलेगी कहते हुए पीएम मोदी और अमित शाह को निशाना बनाया। कोसी और मिथिलांचल में आते ही पलायन को मुद्दा बना दिया। महंगाई और अपराध की भी बात की। अपने विधानसभा क्षेत्र वैशाली आए तो सीधा सरकार पर हमला बोला।
तेजस्वी की राजनीतिक दिशा तय करेगा चुनाव
तेजस्वी की रणनीति में बदलाव की वजह यह भी है कि वह जानते हैं, माय समीकरण से ही सत्ता नहीं मिल सकती। इसके रहते लालू व राबड़ी न केवल सत्ता से बेदखल हुए बल्कि विरोधी दल का दर्जा भी छिन गया।
विकास, रोजगार व भ्रष्टाचार की बात
तेजस्वी को लगता है कि युवा और अन्य वोटों का समीकरण जब तक नहीं जुड़ेगा, सत्ता उनसे दूर रहेगी। इसलिए वह ए टू जेड के साथ विकास, रोजगार, भ्रष्टाचार आदि की बात करते हैं। सत्ता में रहते हुए राजद ने इन विषयों को कभी मुद्दा नहीं बनाया था।
यह चुनाव तेजस्वी के लिए महत्वपूर्ण
चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद तेजस्वी के भाषणों में और भी बातें शामिल होंगी। वह इस चुनाव में अपना सबकुछ झोंकना चाहेंगे, क्योंकि इस चुनाव का परिणाम उनका राजनीतिक भविष्य भी तय करेगा। यह इसलिए कि लालू परिवार पहली बार बिखराव के साथ मैदान में है।
परिणाम बहुत कुछ तय करेगा
बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अलग राह पकड़ ली है तो पुत्री रोहिणी आचार्य के भी विरोध के स्वर निकले हैं। इसे देखते हुए आसन्न विधानसभा चुनाव में परिणाम राजद के पक्ष में नहीं आया तो पूरा ठीकरा तेजस्वी पर ही फूटेगा। इसका असर पार्टी पर भी पड़ेगा।
जनता विकास की बात कर रही
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान के वरीय प्रोफेसर डा. विपिन राय कहते हैं, चुनाव में जाति जरूर एक फैक्टर है, मगर यह हाल के वर्षों में यह कमजोर हुआ है। जनता विकास की बात कर रही है। तेजस्वी की रणनीति में बदलाव भी इसका हिस्सा है।
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