LJPR ने इशारों में 2 सीट पर पेश की दावेदारी, मुजफ्फरपुर में उलझ सकता एनडीए का गणित
मुजफ्फरपुर में लोजपा के नव संकल्प महासभा में कार्यकर्ताओं ने चिराग पासवान को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की। तिरहुत और दरभंगा के दस जिलों से आए नेताओं ने समर्थन किया। नेताओं ने इशारों में चिराग को भावी मुख्यमंत्री बताया। वैशाली सांसद ने 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की बात कही। कांटी और गायघाट सीट पर दावेदारी को लेकर भी चर्चा हुई। चिराग ने नीतीश का नाम नहीं लिया।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Assembly Election 2025: एनडीए (NDA) के विधानसभा वार कार्यकर्ता सम्मेलन के मध्य लोजपा (रा) प्रमंडलीय नव संकल्प महासभा कर रही है। गुरुवार को एमआइटी मैदान में इस महासभा के मंच से उठी दो मांगें बिहार की राजनीति के लिए एक विशेष संकेत के रूप में देखी जा रही।
चिराग पासवान को सीएम बनाने की मांग
नव संकल्प महासभा के दौरान वक्ताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) को मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया। वहीं मुजफ्फरपुर की कांटी (Kanti Assembly Seat) और गायघाट विधानसभा सीट (Gaighat Assembly Seat) पर अपनी दावेदारी पेश कर दी है।
इशारों में हुईं बातें
तिरहुत एवं दरभंगा प्रमंडल के 10 जिलों से आए पार्टी नेताओं ने खुलकर चिराग पासवान को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की। पार्टी के प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने खुलकर यह बात नहीं बोली, लेकिन भाषण के दौरान इशारे में उनको भावी सीएम के रूप में प्रदर्शित किया।
243 सीटों से लड़ने की तैयारी
पार्टी के बिहार प्रभारी एवं सांसद अरुण भारती ने तो यहां तक कह दिया कि वैशाली एवं हाजीपुर की जनता अब तक मंत्री चुनते आई है, लेकिन अब मुख्यमंत्री चुनेगी। वैशाली की सांसद वीणा देवी ने कहा कि लोजपा के कार्यकर्ता राज्य की सभी 243 विधानसभा में चुनाव लड़ने को तैयार है।
सीटों के लिए दावेदारी
जिसे राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्देश मिलेगा वे लग जाएंगे। चिराग पासवान को मुख्यमंत्री बनाने की मांग के साथ-साथ कांटी एवं गायघाट विधानसभा सीट को लेकर चर्चा होती रही।
नेताओं में उत्साह
सभा में कोमल सिंह को भी मंच पर बोलने का मौका दिया गया। इसके बाद गायघाट सीट को लेकर चर्चा शुरू हो गई। सभा में जुटी भीड़ से लोजपा के छोटे से बड़े नेता उत्साहित नजर आए।
नीतीश का नहीं लिया नाम
वे कांटी एवं गायघाट विधानसभा सीट पर लोजपा राम विलास के नेता अपनी-अपनी दावेदारी करते नजर आए। हालांकि चिराग पासवान ने संबोधन में एक बार भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम नहीं लिया।
संकेतों में ही सबकुछ
लोजपा के मंच से इस तरह की मांग को यूं तो आधिकारिक नहीं कहा जा रहा, लेकिन राजनीति में बहुत कुछ संकेतों में होता है। विशेषकर तब जबकि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 सिर पर है।
तलाशा जा रहा संदर्भ
भाजपा, जदयू समेत अन्य एनडीए के घटक दलों की ओर से सीएम नीतीश के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ने की घोषणा की जा चुकी है, इसके बीच चिराग को सीएम बनाने की मांग के निहितार्थ को राजनीतिक प्रेक्षक अलग संदर्भ में देख रहे हैं।
सीट बंटवारे पर प्रभाव
उसी तरह से मुजफ्फरपुर की कांटी और गायघाट विधानसभा सीट वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान जदयू के खाते में थी। इस पर सांकेतिक दावेदारी के बाद जिले में एनडीए के सीट बंटवारे का गणित उलझने की आशंका है।
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