सीएम नीतीश कुमार के एक और मंत्री को लेकर विवाद, क्या दूसरे कार्तिकेय कुमार साबित होंगे तेजस्वी यादव के ये करीबी
Bihar Politics बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद सीएम नीतीश कुमार के मंत्री को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। पहले कानून मंत्री बनाए गए कार्तिकेय कुमार को लेकर विवाद हुआ और अंतत उन्हें जाना पड़ा और अब एक और मंत्री का नाम विवादों में घिर गया है।

मुजफ्फरपुर, जासं। सीएम नीतीश कुमार एक ओर देश बचाने और लोकतंत्र बचाने के लिए दिल्ली में लगातार गैर भाजपाई दल के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। उनको एक मंच पर लाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर बिहार में उनकी सरकार के मंत्रियाें को लेकर लगातार विवाद हो रहा है। पहले कानून मंत्री बनाए गए कार्तिकेय कुमार को लेकर विवाद हुआ। उनके विभाग बदले गए और बाद में उन्हें हटा ही दिया गया। अब सूचना प्राैद्योगिकी विभाग के मंत्री तथा मुजफ्फरपुर के कांटी विधानसभा सीट से राजद विधायक इसराइल मंसूरी को लेकर विवाद हो रहा है। वे गया के प्रभारी मंत्री भी हैं।
- - पीएफआइ से जुड़े मो. इकराम के साथ मंत्री इसराइल मंसूरी का फोटो वायरल
- - फुलवारीशरीफ में देश विरोधी गतिविधि से जुड़े मामले में एनआइए ने इकराम के घर की थी छापेमारी
- - छापेमारी में कागजात और लैपटाप किए गए थे जब्त
- - लैपटाप में इकराम के साथ मिली मंत्री की तस्वीर
विष्णुपाद मंदिर में प्रवेश को लेकर विवाद
पहली बार विधायक और फिर सीधे मंत्री बनाए गए मो. इसराइल मंसूरी को लेकर पहला विवाद गया से शुरू हुआ। जब वे वहां के विष्णुपाद मंदिर में प्रवेश कर गए। कहा गया कि इस मंदिर में हिंदू के अलावा किसी अन्य मत में आस्था रखने वालों का प्रवेश वर्जित है। हालांकि यह तर्क दिया गया कि वे जिले के प्रभारी मंत्री होने के नाते सीएम नीतीश कुमार के साथ मंदिर के अंदर चले गए थे। बाद में कई और बातें सामने आई। अब पीएफआइ यानी पापुलर फ्रंट आफ इंडिया से जुड़े मो. इकराम के साथ उनकी तस्वीर वायरल होने के बाद विवाद हो रहा है।
पीएफआइ से जुड़े इकराम के साथ तस्वीर वायरल
मो. इकराम के बारे में कहा जा रहा है कि हाल में एनआइए ने उसके घर पर छापेमारी की थी। उस पर आरोप है कि वह उनलोगों में शामिल था जो फुलवारीशरीफ में बैठकर देश विरोधी गतिविधी चला रहे थे। उसका नाम सामने आने के बाद से ही वह फरार चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार इकराम के यहां छापे पड़ने के बाद जांच एजेंसी ने कुछ काजगाज व लैपटाप जब्त किए। जब उसकी जांच की गई तो उसमें मो. इकराम और तेजस्वी यादव के करीबी माने जाने वाले मो. इसराइल की तस्वीर मिली। इसमें इन दोनों के अतिरिक्त एक और व्यक्ति नजर आ रहा है।
विपक्षी दल को मिला एक और मौका
अब देखने वाली बात होगी कि इस विवाद का परिणाम क्या होता है? फिलहाल राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा का विषय है। इसराइल मंसूरी के बहाने फिर से कार्तिकेय कुमार की चर्चा हो रही है। साथ ही यह भी जोड़ा जा रहा है कि क्या इनका भी वहीं हश्र होगा। इस बीच मंत्री की ओर से सफाई आ गई है। उनका कहना है कि मंत्री बनने के बाद कई लोगों ने उनके साथ तस्वीरें बनवाई हैं। कई लोगों ने सेल्फी भी ली। इनमें सभी के बारे में जानना एक जन नेता के लिए संभव नहीं होता है। बहरहाल इस विवाद का परिणाम चाहे जो हो, लेकिन अभी चर्चाओं का बाजार गर्म है। विपक्षी दल को सरकार को घेरने का एक और मौका मिल गया है।
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