मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक का जलस्तर हर दिन बढ़ रहा, नए इलाकों में पहुंचा पानी
मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे अहियापुर थाना परिसर सहित कई नए इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। विजयी छपरा, मिठनसराय जैसे क्षेत्र प्रभावित हैं और लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। किसानों की फसलें डूब गई हैं, और बूढ़ी गंडक का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है।

बूढ़ी गंडक का जलस्तर बढ़ने के बाद थाना परिसर में घुसा पानी। जागरण
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में जलस्तर नौ सेंटीमीटर बढ़ा, जबकि तीन दिनों में कुल 24 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है।
सोमवार को बूढ़ी गंडक और बागमती दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया। बूढ़ी गंडक में खतरे का निशान 52.53 मीटर पर, बागमती का जलस्तर 55 मीटर पर चिन्हित हैं।
अचानक जलस्तर बढ़ने से नए इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। अहियापुर थाना परिसर में करीब दो फीट पानी बह रहा है, जिससे लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है।
अगर जलस्तर नहीं घटा, तो मंगलवार से थाने में नाव के सहारे आना-जाना होगा। प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। पानी जिन इलाकों में घुसा है, उनमें विजयी छपरा, सलेमपुर, कोठियापुर, मिठनसराय और रसूलपुर वाजिद शामिल हैं।दादर रोड से दक्षिणी और सीतामढ़ी रोड से पश्चिम के इलाके भी जलमग्न हो गए हैं। मिठनसराय के मुख्य पथ पर करीब तीन फीट पानी बह रहा है।
बालूघाट बांध किनारे के निचले इलाके में लगभग पांच सौ झोपड़ियों में पानी घुस गया है। लोग घरों में जाने के लिए नाव या बांस का सहारा ले रहे हैं और कई छत पर शरण लिए हुए हैं। संगम घाट के आसपास सब्जियों और अन्य इलाके में धान की फसलें पानी में डूब गई हैं।
नदियों का जलस्तर इस प्रकार रहा
बूढ़ी गंडक में खतरे का निशान 52.53 मीटर है, जबकि सोमवार को इसका जलस्तर 51.94 मीटर दर्ज किया गया। बागमती नदी का जलस्तर 54.4 मीटर रहा। रविवार को बूढ़ी गंडक का जलस्तर 51.85 मीटर और बागमती का 54.25 मीटर था। शनिवार को बूढ़ी गंडक 51.70 मीटर तथा बागमती 54.03 मीटर पर थी। इस प्रकार दोनों नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
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