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Bihar News: बिहार में कोरोना के नाम पर लाखों का घपला, अब राशि को लेकर फेंका-फेंकी

Muzaffarpur News कोविड-19 के नाम पर वर्ष 2020 में लाखों रुपये का घपला कर दिया गया। इस मामले में कोई बड़ी कार्रवाई तो नहीं हुई अब फेंका-फेंकी का दौर शुरू हो गया है। दरअसल मामला मीनापुर प्रखंड का है। उस समय के तत्कालीन बीडीओ सह सीओ को 1.85 करोड़ रुपये का आवंटन कोविड-19 में भोजन समेत अन्य व्यवस्था पर खर्च करने को मिला था।

By babul deep Edited By: Sanjeev KumarUpdated: Sun, 14 Jan 2024 04:52 PM (IST)
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बिहार में कोरोना के नाम पर घोटाला (जागरण)
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। कोविड-19 के नाम पर वर्ष 2020 में लाखों रुपये का घपला कर दिया गया। इस मामले में कोई बड़ी कार्रवाई तो नहीं हुई, अब फेंका-फेंकी का दौर शुरू हो गया है। दरअसल, मामला मीनापुर प्रखंड का है। उस समय के तत्कालीन बीडीओ सह सीओ को 1.85 करोड़ रुपये का आवंटन कोविड-19 में भोजन समेत अन्य व्यवस्था पर खर्च करने को मिला था।

इसमें से बाढ़ पीड़ितों के लिए सामुदायिक किचन के नाम पर 64 लाख व 40 लाख रुपये का भुगतान दर्शाया गया। इसी प्रकार दो एजेंसियों को 65 लाख रुपये का भुगतान किया गया। उक्त राशि कोविड-19 में खर्च करने के लिए दी गई थी।

मीनापुर विधायक ने उक्त मामला उठाया था और इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की गई थी। इसके लिए गठित त्रिसदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट से इसकी पुष्टि भी हुई। बताया गया कि अग्रिम राशि व कुल अभिश्रव (बिल) की राशि अधिक पाई गई। अनियमितता पाए जाने का जिक्र करते हुए आडिट कराने का सुझाव दिया था।

मामले में दोषी पदाधिकारी व कर्मी पर मीनापुर थाने में प्राथमिकी भी कराई गई, लेकिन इसके अलावा कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी। अब फेंका-फेकी शुरू हो गई है।

वर्तमान सीओ ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को इससे अवगत कराते हुए कहा कि तत्कालीन बीडीओ से राशि को वापस कराने के लिए अधियाचना में परेशानी हो रही है। इसलिए उन्होंने मार्गदर्शन देने की मांग की है। तीन वर्ष बीतने के बाद भी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हो सकी।

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