दुष्कर्म की शिकार किशोरी से पैदा हुई बच्ची का डीएनए सैंपल मैच नहीं, मुजफ्फरपुर की अदालत ने दिया नया आदेश
मुजफ्फरपुर के पारू थाना क्षेत्र में छह साल पहले एक किशोरी से दुष्कर्म हुआ था। पीड़िता की मां ने कोर्ट में अर्जी दाखिल की है जिसमें आरोपी के आनुवंशिक रोग के कारण बेटी का अंगूठा टेढ़ा होने का दावा किया गया है। कोर्ट ने दोबारा डीएनए जांच का आदेश दिया है। पीड़िता उसकी बेटी और आरोपी का सैंपल लिया गया है और उसे पटना एफएसएल भेजा जाएगा।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News: पारू थाना क्षेत्र की रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी से छह वर्ष पूर्व दुष्कर्म मामले की डीएनए जांच मैच नहीं हुई। इसके बाद विशेष कोर्ट पाक्सो एक्ट संख्या-तीन की न्यायाधीश नूर सुल्ताना के समक्ष पीड़िता की मां की ओर से अर्जी दाखिल की गई।
विदित हो कि पारू थाना क्षेत्र की 15 वर्षीया किशोरी 13 मई 2019 की शाम जलावन लेने बथान जा रही थी। इसी दौरान आरोपित रंजन ने उसे चाकू का भय दिखाकर पकड़ लिया और बथान में ले जाकर दुष्कर्म किया। विरोध पर परिवार समेत हत्या की धमकी दी।
घटना के दो दिन बाद आरोपित पंजाब भाग गया। कुछ माह बाद किशोरी के पेट में दर्द होने पर चिकित्सक ने अल्ट्रासाउंड कराया। इसमें पता चला कि किशोरी के पेट में 70 दिन का बच्चा है। मां ने पुत्री से पूछताछ की तो दुष्कर्म की जानकारी दी।
इसके बाद आरोपित के पिता ने घर जाकर आरोपित का पुत्री से शादी कराने के लिए बच्चा नष्ट कराने को कहा गया। पंचायती में आरोपित को पंजाब से बुलाकर दोनों की शादी कराने का फैसला हुआ, लेकिन आरोपित को नहीं बुलाया गया। बाद में शादी से इन्कार कर दिया।
मामले में पीड़िता की मां ने घटना के तीन माह के बाद पारू थाने में पिता चंदेश्वर महतो व उसके पुत्र रंजन कुमार पर प्राथमिकी कराई थी। 18 अप्रैल 2022 को आरोपित रंजन कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। आरोपित वर्तमान में जेल में है।
आरोपित का अंगूठा टेढ़ा, इसलिए बच्ची का भी अंगूठा टेढ़ा
अर्जी में कहा गया कि आरोपित को एक अनुवांशिक रोग है। उसके पिता चंदेश्वर महतो का अंगूठा टेढ़ा है। इससे आरोपित रंजन कुमार का भी अंगूठा टेढ़ा है। इसलिए दुष्कर्म के बाद उनकी पुत्री की हुई बच्ची का भी अंगूठा टेढ़ा है। इसके बाद विशेष कोर्ट ने अंगूढ़ा टेढ़ा को आधार मानकर दोबारा डीएनए जांच का आदेश दिया।
जेल में बंद आरोपित का लिया गया सैंपल
बुधवार को एसकेएमसीएच में न्यायिक मजिस्ट्रेट की निगरानी में पीड़िता, उसकी बच्ची और जेल में बंद आरोपित का डीएनए जांच के लिए सैंपल लिया गया। इस सैंपल को विशेष दूत के माध्यम से पटना एफएसएल में भेजा जाएगा।
पूर्व में हुए डीएनए जांच का सैंपल पारू थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष ने कई दिनों तक अपने पास रखकर एफएसएल में जमा किया था। इस कारण एक वर्ष बाद आई रिपोर्ट मैच नहीं हुई थी। मामले में पुलिस ने आरोपित के पिता चंदेश्वर महतो पर 15 मार्च 2021 और उसके पुत्र रंजन कुमार के विरूद्ध पांच जून 2022 को चार्जशीट दाखिल की थी।
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